नई दिल्ली: अमेरिका ने भारत को इस बात की जानकारी दी कि वो दोनों देशों के बीच होने वाली पहली 2+2 वार्ता कुछ ज़रूरी कारणों से स्थगित कर रहा है. साथ ही, उसने इसके लिए खेद व्यक्त किया है. दरअसल, छह जुलाई को भारत और अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता होने वाली थी. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पिओ और अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के साथ बैठक के लिए अमेरिका जाने वाली थीं.


रवीश कुमार ने ट्वीट कर दी इसकी जानकारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिकी मंत्री पोम्पिओ ने कुछ देर पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की और अमेरिका द्वारा कुछ ज़रूरी कारणों से 2+2 वार्ता स्थगित करने को लेकर खेद और गहरी निराशा व्यक्त की.’’





उन्होंने अगले ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिकी मंत्री पोम्पिओ ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सहमति मांगी है और वो भारत या अमेरिका में जितनी जल्दी हो सके वार्ता करने के लिए आपसी सुविधा वाली तारीख तलाशने को राजी हो गए हैं.’’





पीएम मोदी को 2017 के दौरे के दौरान बनी थी सहमति
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जून 2017 में जब अमेरिक की यात्रा पर गए थे उस वक्त दोनों देशों के बीच बातचीत के इस नए प्रारूप पर सहमति बनी थी. इसके बाद से दोनों देश कई बार तारीखों पर विचार कर वार्ता का कार्यक्रम तय करने की कोशिश कर चुके हैं.

साल की शुरुआत में भी इसे स्थगित किया गया था
इस साल की शुरुआत में भी 2+2 वार्ता को स्थगित किया गया था. दरअसल, उस वक्त पोम्पिओ के विदेश मंत्री के तौर पर नियुक्ति की पुष्टि नहीं हुई थी. अप्रैल में पोम्पिओ को विदेश मंत्री बनाए जाने की पुष्टि हुई. इस वार्ता को दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. बैठक में रणनीतिक, सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिए जाने की उममीद है.

ट्रेड वॉर समते कई मुद्दों की थी सुलझने की उम्मीद
आपको बता दें कि अमेरिका के साथ होने वाली इस 2+2 वार्ता में कई मुद्दों के सुलझने की उम्मीद थी. भारत और अमेरिका के बीच पहली 2+2 वार्ता, यानी एक साथ दोनों मुल्कों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की बातचीत, 6 जुलाई को वॉशिंगटन में होनी थी. इस दौरान ट्रेड वॉर के मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाए जाने की संभावना थी. लेकिन फिलहाल तो इसपर पूर्ण विराम लग गया है.