उन्नाव: प्रशासन की कोशिश के बाद अब से कुछ देर पहले उन्नाव रेप पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले पीड़िता के परिवार इस बात की मांग कर रहे थे कि जब तक प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं आते हैं तब तक पीड़िता का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. हालांकि, लखनऊ मंडलायुक्त और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की ओर से आश्वासन मिलने के बाद पीड़ित परिवार वाले मान गए.
इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ही पीड़िता के परिवार के लिए मुआवजे का एलान किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक आवास पीड़िता के परिवार को देगी. साथ ही यह वादा किया गया कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी.
ये है मामला
उन्नाव की बेटी के साथ दिसंबर 2018 में रेप हुआ था. रेप के दौरान आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया था. इसके बाद शिकायत के बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. कोर्ट के आदेश पर इसी साल मार्च 2019 में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया. इसके बाद मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी को जेल भेजा गया. मुख्य आरोपी बाद में जमानत पर जेल से छूट आया, लेकिन उसके बाद से लड़की की जान पर बन आई. जमानत पर बाहर निकले आरोपी लगातार परिवार वालों को धमका रहे थे.
आरोपियों के खिलाफ कोर्ट और पुलिस में जाने का साहस दिखाने वाली लड़की के लिए खतरा तभी से पैदा हो गया था. लेकिन पांच दिसंबर को वो हुआ जिसकी कल्पना से ही सिहरन पैदा हो जाती है. रेप के मुकदमे में पेशी के लिए उन्नाव के बैसवारा रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर रायबरेली जाने की तैयारी कर रही बेटी को खेतों में जिंदा जला दिया गया.