नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्नाव और कठुआ गैंगरेप के खिलाफ आधी रात को कैंडल मार्च निकाला और कहा आज महिलाएं बाहर निकलने से डर रही हैं. उन्होंने कहा , ‘‘हम महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध, बलात्कार, हिंसा और हत्या की घटनाओं के खिलाफ यहां मौजूद हैं. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. यह राष्ट्रीय मुद्दा है. यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है. ’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा , ‘‘यह मार्च हमारी अपनी महिलाओं के लिए है. हजारों लोग यहां मौजूद हैं जिनमें सभी पार्टियों के लोग और आम लोग भी शामिल हैं. आज देश में ऐसे हालात हैं जहां हत्या, बलात्कार और हिंसा की एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं. हम उसके खिलाफ यहां खड़े हैं. हम चाहते हैं कि सरकार कार्रवाई करे. ’’
शुक्रवार को रात 12 बजे निकाले गए कैंडल मार्च में राहुल गांधी के साथ भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता के अलावा प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे. इनके अलावा अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलोत, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अंबिका सोनी और हारून यूसुफ सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इस मार्च में शामिल हुए. दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय से लेकर इंडिया गेट तक ये कैंडल मार्च निकाला गया.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा तो ठीक है लेकिन इस समय सबसे ज्यादा हमलें बेटियों पर हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को इस दिशा में कड़े कदम उठाने चाहिए ताकि अपराधियों को इससे सबक मिले. राहुल ने ये भी कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हमले बढ़ रहे हैं और आज महिलाओं को बाहर निकलने में भी डर लग रहा है.
हालांकि कैंडल मार्च के दौरान भीड़ में प्रियंका से धक्का-मुक्की हुई. इस पर प्रियंका नाराज हो गईं और वहां मौजूद लोगों से कहा,‘‘उस मकसद के बारे में सोचिए जिसके लिए आप यहां आए हैं. जो लोग यहां धक्का-मुक्की के लिए आए हैं, वे घर वापस जाएं. कृपया शांति बनाए रखें और खामोशी के साथ चलें. ’’
इंडिया गेट पर इस मार्च में शामिल लोगों ने मोदी सरकार और यूपी और जम्मू-कश्मीर की सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही लोगों ने उन्नाव और कठुआ में बलात्कार के मामलों में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की.
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर बताया, ''लाखों भारतीयों की तरह मेरे दिल को भी चोट पहुंची है. भारत अपनी महिलाओं के साथ इस तरह का बर्ताव और आगे जारी नहीं रख सकता है. हिंसा और न्याय की मांग के लिए आज रात मेरे साथ शांति पूर्ण कैंडलमार्च के लिए इंडिया गेट पर आइए.''