'हमारा सिस्टम एक और बेटी को बचाने में नाकाम रहा', उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर महिला कांग्रेस
उन्नाव रेप पीड़िता ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. 90-95 फीसदी जलने के बाद पीड़िता को लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था.
नई दिल्ली: आग के हवाले की गई उन्नाव रेप पीड़िता की देर रात सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांसे लीं. पीड़िता के मौत के बाद से प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई. ऑल इंडिया महिला कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, उन्नाव मामले में यूपी सरकार सोती रही जिसकी वजह से एक और बेटी सिस्टम के नकारेपन का शिकार हुई. उन्नाव की बहादुर बेटी बहादुरी से लड़ी, भगवान उसकी आत्मा को शांति दे. ''
अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया, ‘‘शाम से उसकी हालत बिगड़ने लगी. रात 11 बजकर 10 मिनट पर उसे दिल का दौरा पड़ा. हमने बचाने की कोशिश की लेकिन रात 11 बजकर 40 मिनट पर उसकी मौत हो गई.’’ एबीपी न्यूज से बातचीत में पीड़िता की बहन ने कहा, ''हमारे साथ इंसाफ नहीं हुआ, अभी तक कोई मिलने भी नहीं आया. हम चाहते हैं हमारे साथ इंसाफ हो और मुजरिमो को सजा मिले.''
जानें- उन्नाव की ‘बहादुर बेटी’ के साथ क्या हुआ था, दरिंदों ने कैसे उसे अपना शिकार बनाया
As the UP govt goes to sleep another of 'India's daughter' succumbs to a system that failed to protect her#Unnao rape victim who was set ablaze in Unnao and airlifted to Safdarjung Hospital yesterday, died at 11:40 pm.
RIP you brave girl. You fought hard. — All India Mahila Congress (@MahilaCongress) December 6, 2019
जानकारी के मुताबिक पीड़िता के पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया जाएगा. कहा जा रहा है पीड़िता के शव को एयरलिफ्ट कर उन्नाव लाया जाएगा.
पीड़िता बार-बार कह रही थी- आरोपियों को मत छोड़ना
जमानत पर रिहा गैंगरेप आरोपियों ने पीड़िता को आग लगाई थी. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया था कि पीड़िता लगातार अपने भाई से कह रही है कि आरोपियों को मत छोड़ना. पीड़िता बर्न वॉर्ड में भर्ती थी. डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता लगभग 90-95 फीसदी जल गई थी.
इस मामले में एफआईआर मार्च 2019 में दर्ज हुई थी. मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी 30 नवंबर को जमानत पर रिहा हुआ था और गुरुवार सुबह उसने अपने सहयोगियों के साथ पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की. पुलिस के अनुसार वारदात उन्नाव जिले के बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है.
पीड़िता ने दिया ये बयान
पीड़िता ने बयान दिया है कि गुरुवार तड़के 4 बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी. गौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर शुभम, शिवम, उमेश ने उसे घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले पर चाकू से वार किया. इस बीच वह चक्कर आने से गिरी तो आरोपियों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है. वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी के डीजीपी ओपी सिंह को नोटिस जारी कर लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. इस मामले में पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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