नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई हमले के मास्टर माइंड और पाकिस्तान में बैठे खूंखार आतंकी हाफिज सईद को हर महीने डेढ़ लाख रुपये देने का फैसला किया है. पाकिस्तान ने हाफिज सईद के खर्चा पानी के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का दरवाजा खटखटाया था. जिस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हाफिज सईद को हर महीने का खर्चा पानी देने के लिए इजाजत दी है, उसी ने मुंबई हमलों के बाद हाफिज सईद को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित किया था. साल 2008 के मुंबई आतंकी हमले में 32 विदेशी नागरिकों समेत 166 लोगों की मौत हुई थी. इस हमले की स्क्रिप्ट हाफिज सईद ने लिखी थी. हाफिज सईद के ऊपर अमेरिका ने 71 करोड़ का ईनाम रखा है.
पाकिस्तान ने UN से क्या गुहार लगाई थी?
पाकिस्तान ने यूएन को चिट्ठी लिखकर कहा, ‘’जमात उद दावा का मुखिया हाफिज सईद और उसका परिवार भूखा मर रहा है. चिट्ठी में लिखा था कि हाफिज अकेले अपने परिवार का पेट पालता है उसके परिवार में चार सदस्य हैं. परिवार के खाने-पीने और कपड़ों के खर्च के लिए उसे अपने खाते से हर महीने डेढ़ लाख पाकिस्तानी रुपए निकालने की इजाजत दी जाए.’’
पाकिस्तान की इस अपील को मानने के लिए 15 अगस्त तक की डेडलाइन थी. इस डेडलाइन तक किसी देश ने आपत्ति दर्ज नहीं की तो संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की अपील मान ली और हाफिज सईद को अपना परिवार पालने के लिए हर महीने बैंक अकाउंट पैसे निकालने की इजाजत दे दी. सवाल ये भी है कि अगर संयुक्त राष्ट्र ने 15 अगस्त तक की डेडलाइन दी थी तो भारत ने आपत्ति दर्ज क्यों नहीं की क्या ये कूटनीति के मोर्चे पर हमारी नाकामी है?
पाकिस्तान ने हाफिज सईद को दी खुली छूट
संयुक्त राष्ट्र के दस्तावेजों के मुताबिक, हाफिज की आतंकी आईडी नंबर QDI 263 है. उसे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख बताया गया है. यूएन के हाफिज सईद को आतंकी घोषित करने के बाद सभी सदस्य देशों से हाफिज सईद और लश्कर की चल-अचल संपत्ति जब्त करने के लिए कहा गया था. लेकिन पाकिस्तान ने हाफिज सईद पर बैन होने के बावजूद उसको ना सिर्फ अपने संरक्षण में रखा बल्कि भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने के लिए खुली छूट भी दी और दुनिया को दिखाने के लिए हाफिज सईद पर कार्रवाई का दावा किया.
17 जुलाई 2019 को पाकिस्तान की आतंक के खिलाफ काम करने वाली टीम ने सईद को गिरफ्तार किया. उसके संगठन पर बैन लगा दिया गया. भारत ने उसी वक्त इसे पाकिस्तान के दिखावे की कार्रवाई कहा था और दो महीने के भीतर पाकिस्तान के हाफिज सईद से इस हमदर्दी के एपिसोड ने साफ कर दिया है कि वो आतंकियों को पालने का काम ही करता है.
कौन देगा इन सवालों के जवाब?
- आखिरी किस आधार पर एक आतंकवादी को गुजारा भत्ता देने की इजाजत मिली,जो दुनिया में निर्दोष लोगों का कत्ल करवाता है?
- क्या यूएनएससी ने आतंकी हाफिज सईद की मदद करने से पहले ये कैसे तय किया कि उसे मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल टेरर फंडिंग के लिए नहीं होगा?
- क्या एनएससी ने तहकीकात की या फिर वो सिर्फ पाकिस्तान के कहने पर मान गया?
- क्या एनएससी की टीम पाकिस्तान गई? और उसने इस बात की तहकीकात की कि क्या वाकई आतंकी हाफिज का परिवार भूखा मर रहा है?
- एनएससी ने ये कैसे तय किया कि जिस अकाउंट को चलाने की इजाजत दी जा रही है उससे आतंकी फंडिग नहीं होगी?
- एनएससी ये कैसे तय करेगा कि आतंकी हाफिज के उन खातों में हर महीने सिर्फ डेढ़ लाख रुपये ही जाएंगे, उससे ज्यादा नहीं?
- सबसे बड़ा सवाल है कि पिछले साल अक्टूबर में यूएन की टीम हाफिज सईद से पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन पाकिस्तान ने उस टीम को वीजा नहीं दिया. ऐसे में उस देश पर एनएससी ने किस तरह भरोसा कर लिया?
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