UNSC Terror Meet: आतंक का असली चेहरा देख चुके ताज होटल में आतंकवाद के खात्मे को लेकर एक बड़ी बैठक हुई. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति की इस बैठक का ताज होटल में होना कई मायनों में अहम है. इस बैठक से पहले सुरक्षा परिषद के सभी देशों के राजदूत 26/11 आतंकी हमले में मारे गए शहीदों की स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने गए. सबसे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ताज होटल में शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित किया. इसके बाद विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर जमकर घेरा. इस अहम बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए तमाम सुझावों और तरीकों पर चर्चा होगी. 


इन तीन चुनौतियों पर होगा विचार
26/11 स्मारक स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित करने के बाद पीड़ितों की याद में एक मिनट का मौन भी रखा गया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समिति की अगली बैठक राजधानी दिल्ली में होगी. इस बैठक में चीन के राजनयिक भी हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में समिति मुख्य रूप से तीन चुनौतियों पर विचार करेगी जिसमें पहला आतंकवादी कार्यवाहियों में इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग, दूसरा धन उगाही के लिए भुगतान की नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल और तीसरा ड्रोन जैसे मानवरहित हवाई उपकरण का उपयोग शामिल हैं. 


एस जयशंकर बोले- हमले को नहीं भूलेंगे
इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुंबई में आतंकी हमला हुआ. आतंकी पड़ोस से भारत में आए और चार दिन तक मुंबई को बंधक बनाए रखा. सैकड़ों लोगों की जान गई. बहादुरों को हम सलाम करते हैं जो शहीद हुए.  CST रेलवे स्टेशन, ताज़ होटल के मेहमान, छाबड़ा हाउस, कामा हॉस्पिटल ओबेरोय होटेल पर हमला दुनिया में मानवता पर हमला था. मुंबई आतंकी हमले के मास्टर माइंड और प्रमुख दोषियों को सज़ा अभी भी नहीं मिली है. हम 26/11 आतंकी हमले को कभी नहीं भूलेंगे. 


आतंकवाद के खिलाफ एस जयशंकर के पांच सुझाव
भारतीय विदेश मंत्री ने आगे कहा कि राजनैतिक मतभेदों से उठकर एक साथ आतंक की लड़ाई में साथ आना होगा. आतंकवाद पूरी तरह विशुद्ध बुराई है. उन्होंने आगे कहा- भारत में काउंटर टेररिज़्म काउन्सिल बैठक में आने के लिए आप सबका स्वागत है. आतंकवाद सभी के लिए ख़तरा है. अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए ख़तरा है और मानवता के लिए ख़तरा है.  एस जयशंकर ने कहा कि UNSC ने एक शब्द में क्रॉस बॉर्डर आतंक की निंदा की. सभी प्रकार के आतंकी हमले अस्वीकार हैं.  26/11 के मुख्य आरोपी और दोषी आज़ाद हैं और उन्हें सुरक्षा कवच मिला है. ये आतंक के खिलाफ समान लक्ष्य पर सवाल उठाता है. विदेश मंत्री ने जयशंकर ने कहा कि मैं पांच बिंदुओं पर ध्यान लाना चाहता हूं. 



  1. आर्थिक रूप से आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.

  2. आर्थिक मदद करने वाले देश पर प्रतिबंध लगाने होंगे.

  3. आतंकवाद को लेकर अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है.

  4. आतंकी नेक्सस, ड्रग्स पर लिंकेज को तोड़ने की जरूरत है.  

  5. आतंकी समूहों ने नए तकनीकी का इस्तेमाल किया, नए तरीक़े निकाले... इस पर हल निकाला जाए. 


इन देशों के प्रतिनिधि हैं शामिल
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति की इस बैठक में अल्बानिया, ब्राज़ील, चीन, फ़्रांस, गबॉन, आयरलैंड, केन्या, मेक्सिको, नॉर्वे, रूस, यूनाइटेड अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और भारत के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. 


ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली, गेबन के विदेश मंत्री माइकल मूला अदामो समेत अन्य देशों के विदेश मंत्री भारत में संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक समिति के सम्मेलन में शामिल हुए हैं. 29 अक्टूबर को नई दिल्ली में बैठक होगी, जिसमें तीन बिंदुओं पर आधारित एजेंडे पर चर्चा होगी. 


ये भी पढ़ें - देश की सुरक्षा पर चिंतन शिविर को PM मोदी ने किया संबोधित, गृहमंत्रियों से कहा- केंद्र और राज्य की एजेंसी मिलकर करें काम