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नहीं थी नेहरू की पसंदीदा सिगरेट तो राजभवन ने खुश करने के लिए भोपाल से इंदौर भेजा था विमान
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इतनी आलीशान जिंदगी जीते थे कि एक बार उनके लिए सिगरेट मंगवाने के लिए भोपाल से इंदौर प्लेन भेजा गया था. ये जानकारी मध्य प्रदेश राजभवन की वेबसाइट पर दी गई है.
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नई दिल्ली: बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भोपाल से जुड़ा एक मुद्दा उठाकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है. मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने एक ट्वीट किया है जिसमें एमपी के राजभवन से जुड़े एक किस्से का जिक्र है. एनिकडोट के मुताबिक, नेहरू के भोपाल में राजभवन में आने पर हवाईजहाज से उनकी पसंद की सिगरेट इंदौर से मंगाई गई थी.
जब नेहरू भोपाल आ रहे थे तो राजभवन के स्टाफ को अहसास हुआ कि नेहरू की पसंद की 555 सिगरेट उपलब्ध ही नहीं है जबकि खाने के बाद वो सिगरेट पीते थे. इसके बाद फौरन एक विमान इंदौर भेजा गया और वहां से सिगरेट मंगाई गई.
नेहरू को 555 ब्रांड की सिगरेट पीने की आदत थी राजभवन की साईट पर ये एनिकडोट पूर्व राज्यपाल एच विनायक पटस्कर के कार्यकाल के दौरान का है. एमपी के राजभवन की वेबसाईट पर उस समय के राज्यपाल विनायक पटस्कर ने एनिकडोट में ये दर्ज किया है कि इस देश के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू जब भोपाल आए तो उनके 555 ब्रांड की सिगरेट पीने की आदत थी.
भोपाल के राजभवन में वो सिगरेट नहीं थी तो नेहरू के लिए सिगरेट लेने एमपी सरकार का प्लेन इंदौर गया. फिर वहां से नेहरू के लिए सिगरेट आई. हालांकि बीजेपी के इस आरोप पर कांग्रेस विधायक कुणाल सामने आए हैं.
उनका कहना है कि ये छोटे मुंह बड़ी बात करना है. नेहरु जी कौन थे बीजेपी वाले नहीं समझ सकते. उधर इतिहासकार प्रोफेसर एस के त्रिवेदी का कहना है कि नेहरु बिंदास जीवन जीते थे मगर सिगरेट मेहमान ने नहीं मेजवान ने मंगाई थी. इसलिए इस आधार पर नेहरू को घेरना जमता नहीं हैं. ये तो बस गड़े मुर्दे उखाड़ने की बात हैं.
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