इरफान सोलंकी को इस साल जून के महीने में एक महिला का घर जलाने के मामले में दोषी करार दिया था. इस मामले में उन्हें 7 साल की सजा सुनवाई गई थी. इस सजा के खिलाफ उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका में उन्होंने सजा को रद्द किए जाने, अदालत का अंतिम फैसला आने तक सजा पर रोक लगाए जाने और उन्हें जमानत दिए जाने की गुहार लगाई थी.
16 अक्टूबर को टल गई थी बहस
16 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में इरफान सोलंकी की याचिका की सुनवाई होनी थी. लेकिन उनकी दाखिल अपीलों पर बृहस्पतिवार को सुनवाई नहीं हो सकी थी. इस दौरान दौरान सरकारी पक्ष की ओर से बताया गया था कि अपर महाधिवक्ता पीसी श्रीवास्तव ने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए और समय की जरूरत है. जिसके बाद सुनवाई की अगली तारीख 6 नवंबर तय की गई थी.
गौरतलब है कि इरफान सोलंकी को सजा सुनाये जाने के बाद कानपुर के सीसामऊ की विधान सभा की सीट खाली हुई है. इस बार उपचुनाव में सपा ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.