उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए करहल की सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग हई. यहां से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. अखिलेश के प्रचार के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैदान में उतरे थे. उन्होंने करहल में जनसभा को संबोधत किया था. मुलायम के प्रचार में उतरने के बाद बीजेपी को अखिलेश पर निशाना साधने का मौका मिल गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि करहल सपा के हाथ से निकल रही है. पीएम मोदी के बयान पर अब अखिलेश ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी खुद कंफ्यूज पार्टी है, नेताजी साथ हैं तो उन्हें तकलीफ है, नेताजी दूर हैं तो उन्हें तकलीफ है. वो हमारे परिवार के बारे में कह रहे हैं, उन्हें मुझे धन्यवाद देना चाहिए कि मैं उनके परिवार के बारे में कुछ नहीं कह रहा हूं.
इससे पहले पीएम मोदी ने उन्नाव में चुनावी सभा में कहा था कि जिस सीट को ये लोग सबसे सुरक्षित मानकर बैठे थे, वो भी हाथ से निकल रही है. जिस पिता को मंच से धक्के देकर हटाया था, जिसे अपमानित करके पार्टी पर कब्जा जमाया था, उसी से गुहार लगानी पड़ी की मेरी सीट बचाइए.
एसपी सिंह बघेल ने सपा कार्यकर्ताओं पर लगाए ये आरोप
बता दें कि करहल मैनपुरी लोकसभा सीट के तहत आती है. यहां पर तीसरे चरण के तहत रविवार को वोटिंग हुई. मतदान के बाद बीजेपी उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल ने सपा के कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चरिंग और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप लगाया.
बघेल ने सोमवार को 64 बूथों पर कैप्चरिंग की लिखित शिकायत चुनाव आयोग से की. साक्ष्य के तौर पर उन्होंने दन्नाहार के बूथ नंबर 110 का वीडियो भी जारी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस बूथ पर कई महिलाओं को खड़ा करके लगातार वोट डलवाए जा रहे थे.