(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अखिलेश यादव को घेरने और योगी मॉडल के फ़ार्मूले पर बीजेपी की बैठक में होगा मंथन
UP Assembly Election News: लखनऊ में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक चार सत्रों में होगी. जिसका उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा करेंगे.
UP Assembly Election News: योगी मॉडल ही यूपी में बीजेपी का विजय मंत्र होगा. योगी आदित्यनाथ का नाम और उनका काम, इसके आसपास ही बीजेपी के चुनाव प्रचार का ताना बाना बुनने की तैयारी है. पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में इस फ़ैसले पर मुहर लगेगी. वैसे पीएम नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में योगी की पेट भर तारीफ़ कर एजेंडा तो पहले ही सेट कर दिया है. 16 जुलाई को लखनऊ में प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में अलकायदा के आतंकियों की गिरफ़्तारी पर भी चर्चा होगी. इसी बहाने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को आतंकवादियों के मददगार के रूप में पेश करने की रणनीति बनी है.
लखनऊ में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक चार सत्रों में होगी. जिसका उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा करेंगे. वे दिल्ली से ही ऑनलाइन जुड़ेंगे. उनके साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी रहेंगी. लखनऊ में पार्टी ऑफिस में कार्यसमिति के सभी सदस्य रहेंगे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी मौजूद रहेंगे. पार्टी के यूपी प्रभारी राधामोहन सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल को भी बुलाया गया है.
वाराणसी से योगी और यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के लखनऊ लौटने के बाद पार्टी के पदाधिकारियों ने बैठक के एजेंडे पर चर्चा की. राजनैतिक प्रस्ताव पर चर्चा राधामोहन सिंह करेंगे. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार के काम काज की तारीफ़ की जाएगी. पंचायत और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत पर भी चर्चा होगी. इस जीत के लिए योगी और संगठन का गुणगान होगा.
बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी के तीसरे सत्र में दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा अगले चुनाव और उसकी रणनीति पर चर्चा करेंगे. पार्टी के संगठन मंत्री सुनील बंसल को भी इसी सत्र में बोलना है. समापन भाषण योगी आदित्यनाथ का होगा. कार्यसमिति की बैठक से ये मैसेज देने की तैयारी है कि अब पार्टी में ऑल इज वेल है. सभी एकजुट होकर फिर तीन सौ पार का संकल्प लेंगे. लेकिन प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में केशव मौर्य के न होने से खटपट की चर्चा फिर शुरू हो गई है.