BJP Attacks Jayant Chaudhary: आरएलडी नेता जयंत चौधरी के 'चवन्नी' वाले बयान को लेकर आगरा में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हमला बोला है. प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अभी बच्चे हैं, जिन्हें इतिहास की कम जानकारी है. उन्होंने कहा, जयंत बच्चे हैं, अभी-अभी मैदान में आए हैं. उनके पिता कितनी बार दल-बदल कर चुके हैं. हमें पता नहीं था कि इतिहास का ज्ञान इतना कमजोर है. बच्चों को माफ कर देना चाहिए. दरअसल बीजेपी ने जयंत चौधरी को पार्टी में शामिल होने के लिए ऑफर दिया था, जिस पर जयंत ने कहा था, 'मैं कोई चवन्नी नहीं कि पलट जाऊं'. 


भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के खांदारी कॉम्प्लेक्स के जेपी ऑडिटोरियम में पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद उन्होंने कहा, जनता जानती है कि इन 5 वर्षों में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कितने बेहतर तरीके से शासन किया है. बीजेपी सरकार ने गुंडों को सलाखों के पीछे डाल दिया है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की है.


जाट समुदाय में बीजेपी को लेकर नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर प्रधान ने कहा, "हम हर समुदाय का दौरा करते हैं. प्रदेश अध्यक्ष जमीन पर बैठकर गरीब बुजुर्गों का आशीर्वाद ले रहे थे. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हैं. घर-घर जाकर प्रचार भी कर रहे हैं." जाट पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लगभग सभी सीटों पर एक निर्णायक कारक हैं, एक ऐसा क्षेत्र जहां रालोद का समुदाय के बीच खासा प्रभाव है.


पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह के पोते जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से 2022 के यूपी चुनाव के लिए हाथ मिलाया है.बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह पहले चरण के चुनाव से पहले जाट नेताों से मिले थे. उन्होंने कहा था कि जयंत चौधरी ने 'गलत घर' चुना है.


बीजेपी का जाट समुदाय को लुभाने का एक कारण एक साल तक चला किसान आंदोलन है. हालांकि केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है. लेकिन माना जा रहा है कि इसका चुनावों पर प्रभाव पड़ेगा.


UP Election 2022: रक्षामंत्री का सपा पर हमला, पिछली सरकार को गुंडाराज-माफियाराज बताकर लगाए ये आरोप


UP Election 2022: बसपा जिलाध्यक्ष चन्द्र शेखर ने चुनाव आयोग से की शिकायत, लगाए यह गंभीर आरोप