UP ATS Arrest Terrorist: उत्तर प्रदेश की आतंकवाद विरोधी दस्ता (UP ATS) ने आजमगढ़ (Azamgarh) से आईएसआईएस से प्रभावित संदिग्ध आतंकी सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया है. सबाउद्दीन से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वो अपने साथियों के जरिए आईएसआईएस विचारधारा से प्रभावित होकर व्हाट्सएप और बाकी सोशल मीडिया एप्लीकेशन के जरिए जिहादी विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था. इसके साथ ही आईएसआईएस से और युवाओं को जुड़ने के लिए प्रेरित भी कर रहा था. सबाउद्दीन से पूछताछ मे सामने आया है कि आईएसआईएस जिहाद के लिए मुस्लिम युवकों का ब्रेनवाश कर रही है इसके लिए टेलीग्राम चैनल AL SAQR Media बनाया गया है सबाउद्दीन इसी से जुड़ा था.
सबाउद्दीन ए आई एम आई एम का सदस्य भी है. पहले ये बिलाल नाम के व्यक्ति से फेसबुक पर जुड़ा. बिलाल से सबाउद्दीन जिहाद और कश्मीर में मुस्लिमों पर हो रही कार्रवाई के बारे में बात किया करता था. बिलाल ने मूसा उर्फ खिताब कश्मीरी का नंबर बिलाल को दिया मूसा आईएसआईएस का सदस्य है फिर मूसा ने आईएसआईएस के अबू बकर अल शमी का नंबर सलाउद्दीन को दिया जो कि अभी सीरिया में है.
एलईडी और आइईडी बनाने की महारथ हासिल
इसके संपर्क में आने के बाद मुजाहिदों पर हो रही कार्रवाई का बदला लेने के लिए भारत में भी इस्लामिक संगठन बनाने और एलईडी बनाने के संबंध में जानकारी ली . सलाउद्दीन को आईडी बनाने की विधि और बाकी सामग्री बनाने का तरीका शामी ने सबाउद्दीन को बताया और शामी ने ही फोन पर आईएसआईएस के रिक्रूटर अबू उमर जो कि मुर्तानिया का रहने वाला है से सबाउद्दीन का परिचय करवाया. अबू उमर ने सोशल मीडिया के जरिए led बम और ied बनाने की ट्रेनिंग सबाउद्दीन को दी.
आरोपी के पास से बरामद हुआ अवैध हथियार
ये दोनों मिलकर मुजाहिदीन संगठन (Muzahiddin Organization) तैयार कर भारत (India) में इस्लामिक स्टेट (ISIS) स्थापित करने ,भारत में इस्लामी हुकूमत शरिया कानून लागू करने की योजना पर काम करने लगे. सबाउद्दीन में आरएसएस (RSS) के सदस्यों को टारगेट के लिए ईमेल आईडी बनाया और फिर फेसबुक अकाउंट (Facebook Account) खोला और इन नेताओं को टारगेट (Target) करने की योजना पर काम करने लगा. सबाउद्दीन आजमी उर्फ सबाहुद्दीन उर्फ सबाहु उर्फ दिलावर खान उर्फ बैरम खान उर्फ आजार पुत्र जफर आजम के पास से अवैध शस्त्र 315 बोर, एक कारतूस 315 बोर, सोल्डिंग आयरन, पीवीसी वायरिंग, सफेद कलर की लीड ,वायर कटर सहित बम बनाने संबंधी जरूरी चीजें बरामद हुई है.
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