UP BJP Rajya Sabha Candidate: बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए आठवें उम्मीदवार की घोषणा कर दी. पार्टी उम्मीदवार संजय सेठ ने गुरुवार (15 फरवरी) को विधानसभा में नामांकन दाखिल किया. इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, संजय निषाद, आशीष पटेल मौजूद थे. संजय सेठ के नामांकन करने के बाद अब यूपी से राज्यसभा के लिए कुल 11 प्रत्याशी हो गए हैं.


ऐसे में एक सीट के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होगी जो काफी दिलचस्प होने वाली है. इससे पहले, बुधवार (14 फरवरी) को बीजेपी के 7 प्रत्याशियों ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया था. इससे पहले मंगलवार को सपा के 3 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था.


बीजेपी के ये सात उम्मीदवार पहले ही कर चुके हैं नामांकन 


बीजेपी के 7 कैंडिडेट्स ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया था. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, प्रदेश पार्टी महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत, पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व मेयर नवीन जैन शामिल हैं.


समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपने 3 प्रत्याशी उतारे हैं. मंगलवार को जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और रिटायर्ड IAS अधिकारी आलोक रंजन ने राज्यसभा के लिए पर्चा भरा.


राज्यसभा में वोटों का गणित क्या है?


राज्य विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 403 है. इनमें से 3 सदस्यों का निधन हो चुका है. बीजेपी के एक सदस्य अयोग्य हैं. इसके अलावा 3 सदस्य जेल में हैं. दो सपा के रमाकांत यादव और इरफान सोलंकी और एक सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी हैं. ऐसे में जो वोट देने वाले विधायक हैं उनकी संख्या 396 हो जाती है. इसी आधार पर 396 सदस्यों को कुल उम्मीदवार से भाग देंगे जो 11 है. इसके बाद संख्या 36 आती है. ऐसे में बीजेपी के 8 सदस्यों के लिए कुल संख्या 288 होती है. जबकि बीजेपी के पास 289 है. इस तरह बीजेपी के पास आठवें उम्मीदवार के लिए एक वोट ज्यादा है.


सपा के उम्मीदवारों के लिए क्या है संख्याबल


सपा के 3 उम्मीदवारों के लिए 108 वोट की जरूरत पड़ेगी, लेकिन उनके पास कुल संख्या 107 है. इसमें अगर पल्लवी पटेल का वोट नहीं जोड़े तो संख्या 106 हो जाएगी. यानी जरूरी वोट से दो कम. फिर अगर दूसरी वरीयता के वोटों की बात करें तो सपा अपने तीसरे उम्मीदवार को अधिकतम 106 वोट ही दिला पाएगी, जबकि बीजेपी अपने आठवें उम्मीदवार को 288 वोट दिला देगी. आखिर में सपा में तोड़फोड़ का खेला अभी बाकी है! वैसे गोरखपुर का एक सपा विधायक बीजेपी में आने के लिए उत्सुक माना जा रहा है और एक और विधायक सपा का जो बीजेपी के प्रदेश पदाधिकारी का समधी है वो भी बीजेपी के पास है ही, और भी कई तुरुप के पत्ते बचे हैं.


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