नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हों लेकिन जमीनी हालात कुछ और ही कह रहे हैं. उत्तर प्रदेश में लगातार बेलगाम होते अपराधी अप बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बनने लगे हैं. टीवी पर सरकार गुणगान करने वाले यूपी बीजेपी के प्रवक्ताओं ने डीजीपी से मुलाकात कर कहा कि पुलिस की नाकामी पर जवाब देना मुश्किल पड़ रहा है.
सोमवार को डीजीपी दफ्तर में हुई इस बैठक में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को भी क्राइम के आँकड़ों के साथ बुलाया गया था. डेढ़ घंटे तक बैठक चली बैठक में प्रवक्ताओं ने शिकायत की कि एंटी रोमियो दल कहीं नहीं दिखता. बीजेपी नेताओं और डीजीपी ओपी सिंह की बैठक में एक व्हाटसएप ग्रूप बनाने का भी फ़ैसला हुआ.
प्रवक्ताओं और पुलिस अधिकारियों की बैठक में बातचीत बदॉयूं के रेप केस को लेकर शुरू हुई, जिसमें पीड़िता ने बाद में आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में यूपी पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी. बदायूं के एसपी के बयान से पूरा केस ख़राब हो गया था. बीजेपी के प्रवक्ताओं के लिये भी यूपी पुलिस का बचाव करना मुश्किल हो गया था.
रेप की घटना पर एसपी ने कहा था कि पीड़िता और आरोपी में लगातार बात होती थी. उनके इस बयान के बाद ही लड़की ने खुदकुशी कर ली थी. बीजेपी प्रवक्ताओं और डीजीपी ने तय किया कि आगे अब ऐसी कोई घटना होने पर कैसे काम करें.
पार्टी नेताओं की तरफ़ से सुझाव आया कि एंटी रोमियो स्क्वॉड को और मज़बूत किया जाए. शिकायत मिली कि ग्राउंड पर ये दिखता नहीं है. ये भी सुझाव आया कि नई महिला पुलिस अफ़सरों को इस काम में लगाया जाए. बीजेपी नेताओं और डीजीपी ओपी सिंह की बैठक में एक व्हाटसएप ग्रूप बनाने का भी फ़ैसला हुआ.
डीजीपी हेड्क्वॉर्टर के पीआरओ राहुल श्रीवास्तव को इसके लिए नोडल अफ़सर तैनात किया गया है. राज्य भर में कहीं भी कोई अपराध की बड़ी घटना होने पर ग्रूप में सारी जानकारी शेयर की जाती है. चैनलों पर डिबेट में जाने से पहले बीजेपी प्रवक्ता सारी तैयारी कर लेते हैं. उन्हें हर तरह की सूचना डीजीपी ऑफ़िस से दी जाने लगी है.