उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षा में अब कोई छात्र नकल करते पकड़ा गया तो उसपर रासुका के तहत कार्रवाई होगी. इसके अलावा संवेदनशील जिलों में STF की पैनी नजर होगी. केंद्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरण डीएम के नामित अधिकारी कराएंगे. परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा बल लगाया जाएगा. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने ये निर्देश दिए हैं. यूपी बोर्ड की वर्ष 2022 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 24 मार्च से शुरू होगी. परीक्षा 12 अप्रैल तक चलेगी.
मुख्य सचिव ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी मंडलायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, डीएम, एसएसपी और एसपी को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए विस्तृत निर्देश दिए.
दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक पुलिस प्रबंध करे और जिला मुख्यालय में पुलिस अभिरक्षा में रखवाया जाए. परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरण डीएम द्वारा नामित अधिकारी की निगरानी में हो. जिला विद्यालय निरीक्षक प्रश्न पत्रों का वितरण पुलिस की मौजूदगी में कराएं.
अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि राज्य में 8373 परीक्षा केंद्रों में 51 लाख 92 हजार 689 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. प्रश्न पत्रों को डबल लाक वाली अलमारी में रखा जाएगा. हर परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे और राउटर स्थापित किए गए हैं. इसके पर्यवेक्षण के लिए माध्यमिक शिक्षा के शिविर कार्यालय, लखनऊ में केंद्रीयकृत राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसके जरिये हर परीक्षा केंद्र के प्रत्येक परीक्षा कक्ष की निगरानी होगी.
उन्होंने कहा कि नकल विहीन परीक्षा कराने का दायित्व हर जिले में जिला विद्यालय निरीक्षक होगा. बोर्ड परीक्षा में पहली बार साफ्टवेयर के माध्यम से कक्ष निरीक्षकों व अन्य कार्मिकों की तैनाती की जा रही है. परीक्षा केंद्र में किसी को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
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