यूपी बोर्ड में इंटरमीडिएट के पेपर लीक होने के मामले पर ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि 30 मार्च को इंटरमीडिएट की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हुए थे, उसमें कार्रवाई करते हुए अब तक 46 लोगों को हिरासत में लिया गया है. आज मुख्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.


उन्होंने कहा कि आज कुल 8 लोग नगरा थाने से और 3 लोग सिकंदरपुर थाने से जेल भेजे जा रहे हैं, विवेचना में ये साबित हुआ है. इन लोगों के द्वारा टैंपर करके पैकेट से प्रश्नपत्र निकाले गए फिर उसे सॉल्व करके वापस रखा गया. प्रश्नपत्र को बाहर भी बेचा गया.






यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट परीक्षा में अंग्रेजी का पेपर लीक होने के बाद 24 जिलों में अंग्रेजी की परीक्षा स्‍थगित करनी पड़ी थी. कार्रवाई करते हुये यूपी पुलिस और एसटीएफ ने गिरफ्तारियां शुरू की थीं. लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ का सिलसिला जारी है. 


माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षा निदेशक और सभापति विनय कुमार पांडेय ने एक आदेश में बताया था कि बलिया में 30 मार्च को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की अंग्रेजी विषय की 316 ई डी और 316 ई आई सीरीज के प्रश्न पत्र के लीक होने की आशंका की वजह से 24 जनपदों में उपरोक्त सीरीज के प्रश्न पत्र बांटे जाने के बाद इन जिलों के सभी परीक्षा केंद्रों पर दूसरी पाली की परीक्षा निरस्त करने का फैसला किया गया.


जुलाई 2017 में दरोगा भर्ती परीक्षा, फरवरी 2018 में UPPCL का पेपर लीक हुआ था.  वहीं जुलाई 2018 में अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड,  सितंबर 2018 में नलकूप चालक,  अगस्त 2021 में PET परीक्षा और  नवंबर 2021  में यूपीटीईटी का पेपर लीक हुआ था.


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