UP By Election: लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद चर्चा में हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश की फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा सीट से चुनाव जीता है. दरअसल, समाजवादी पार्टी अपने नवनिर्वाचित फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा सकती है, जिसके लिए इस साल के आखिर में 9 अन्य विधानसभा सीटों के साथ उपचुनाव होने की संभावना है.


फैजाबाद लोकसभा सीट से अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के दो बार के सांसद लल्लू सिंह को शिकस्त दी है. इसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.  इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीतीं और उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं. जबकि, बीजेपी ने 33 सीटें जीतीं और तीन सीटें उसके सहयोगियों 2 राष्ट्रीय लोकदल और एक अपना दल (एस) के खाते में गईं.


जानिए कौन हैं अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत?


एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, मिल्कीपुर सुरक्षित विधानसभा सीट उस समय खाली हो गई थी, जब अवधेश प्रसाद ने संसदीय आम चुनाव लड़ा था और इस्तीफा देकर फैजाबाद लोकसभा सीट को बरकरार रखने का फैसला किया था. यह सीट अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के 5 महीने से भी कम समय बाद खाली हुई थी. वहीं, सपा अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद, जिनकी उम्र करीब 30 साल है. फिलहाल, वे राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और उन्होंने जिला पंचायत का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.


अंबेडकर नगर से छाया वर्मा को उतार सकती है सपा


सपा अपने अंबेडकर नगर के सांसद लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा को कटेहारी (अंबेडकर नगर) विधानसभा सीट से मैदान में उतार सकती है, जो लालजी वर्मा के अंबेडकर नगर लोकसभा सीट को बरकरार रखने के लिए इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी. छाया वर्मा ने 2019 में जलालपुर (अंबेडकर नगर) सीट पर बसपा उम्मीदवार के रूप में यूपी विधानसभा उपचुनाव लड़ा था, लेकिन जीतने में असफल रही थी. उस समय लालजी वर्मा कटेहारी से बसपा विधायक थे.  


अवधेश प्रसाद के बेटे का फैसला अखिलेश यादव करेंगे- सपा नेता


सपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पार्टी और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही फैसला लेंगे कि अवधेश प्रसाद के बेटे और लालजी वर्मा की बेटी पहले से ही राजनीति में सक्रिय हैं. देखते हैं पार्टी क्या फैसला लेती है. हालांकि, सपा सांसद अवधेश प्रसाद उन 9 विधायकों में शामिल थे. जिन्होंने लोकसभा चुनाव जीता और अपनी विधानसभा सीटें खाली कर दीं.


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