यूपी: दोस्ती जीती तो नतमस्तक हुए नेता, मायावती से हाथ जोड़कर मिले विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी
बीजेपी ने फूलपुर और गोरखपुर सीट पर हार स्वीकार कर ली है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, ''पार्टी के अंदर की अव्यवस्था इस नतीजे की वजह रही. कहीं ना कहीं कोई कमी रह गई है, हम इसकी समीक्षा करके आगे की की रणनीति बनाएंगे.''
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनाव के लिए मायावती और अखिलेश यादव की पार्टियों के गठबंधन का परीक्षण सफल होता नजर आ रहा है. गोरखपुर और फूलपुर में बीजेपी की करारी हार होती नजर आ रही है. बीजेपी को जहां इन नतीजों से झटका लगा है वहीं एसपी और बीएसपी को 2019 में उम्मीद की किरण नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश में गठबंधन की इस जीत का असर दिखने लगा है. आज लखनऊ में इसकी जलक भी साफ देखने को मिली है. लखनऊ में आज बीएसपी के एक नेता के बेटे ने आत्महत्या कर ली. मायावती उन्हीं के घर पर गईं थीं.
यहां मायावती की मुलाकात विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी से हुई. दोनों नेता एक दूसरे से हाथ जोड़कर मिले. जानकारों की माने तो यह मायावती की राजनीति के स्टाइल से बिल्कुल अलग है.
आपको बता दें बीजेपी ने फूलपुर और गोरखपुर सीट पर हार स्वीकार कर ली है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, ''पार्टी के अंदर की अव्यवस्था इस नतीजे की वजह रही. कहीं ना कहीं कोई कमी रह गई है, हम इसकी समीक्षा करके आगे की की रणनीति बनाएंगे.''
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