(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जुमे की नमाज को लेकर यूपी में सुरक्षा व्यवस्था चौकस, जगह-जगह पुलिस का फ्लैग मार्च
पिछले हफ्ते जुमे की नमाज के बाद यूपी में 20 से ज्यादा जिलों में हिंसा हुई थी. ऐसे में इस बार यूपी पुलिस के चुनौती है. जगह-जगह पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है. इसके साथ ही जिलों के सीनियर अधिकारी मौलानाओं और मुस्लिम संगठनों के नेताओं से मिलकर शाति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं.
लखनऊ: नागरिकता कानून को लेकर पिछले हफ्ते हुई हिंसा के बाद आज फिर से एक चुनौतीपूर्ण दिन है. शुक्रवार होने की वजह से आज मस्जिदों में जुमे की नमाज़ पढ़ी जाएगी, जिसमें हजारों की भीड़ एकसाथ इकट्ठी होती है. पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश में हिंसा हुई थी. गुरुवार को लखनऊ में हिंसा होने के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद 20 से ज़्यादा ज़िलों में जमकर हिंसा हुई थी. ऐसे में आज फिर जुमे की नमाज़ के बाद प्रशासन के लिए चुनौती का समय है.
इंटरनेट कहां-कहां बंद
लखनऊ में समय सीमा के बिना रोक, मुरादाबाद में रात 8 बजे तक, अमरोहा में शाम 6 बजे तक, संभल में आज इंटरनेट बंद, गाजियाबाद में रात 10 बजे तक, मेरठ में रात 8 बजे तक, कानपुर में रात 9 बजे तक, सीतापुर में अगले आदेश तक, शामली में शाम 6 बजे तक, बुलंदशहर में कल सुबह 5 बजे तक, सहारनपुर में कल शाम तक, फिरोजाबाद में शाम 6 बजे तक और मथुरा शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है. जगह जगह फ्लैगमार्च किया जा रहा है. ज़िलों के वरिष्ठ अधिकारी मौलानाओं और मुस्लिम संगठनों के नेताओं से मुलाक़ात कर शांत रहने की अपील कर रहे हैं.
क्या जाफराबाद हिंसा की रची गई थी साजिश? FIR में आप पार्षद और कांग्रेस के पूर्व विधायक का नाम शामिल
अबतक कुल 1113 लोगों की गिरफ्तारी हुई
यूपी में हुई हिंसा को लेकर अबतक कुल 1113 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 5500 से ज़्यादा लोगों हो हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. हिंसक प्रदर्शनों की एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं. डीजीपी ओपी सिंह ने एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं. हर जिले में एडिशनल एसपी स्तर का अधिकारी एसआईटी प्रमुख होगा. जिलों में एडिशनल एसपी क्राईम की अध्यक्षता में एसआईटी बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है
जिन जिलों में एएसपी क्राईम का पद नहीं है वहां एसआईटी प्रमुख एएसपी सिटी होंगें. आदेश में कहा गया है कि बगैर सबूत के किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी न की जाए, किसी भी सूरत में निर्दोषों को परेशान न किया जाए. इसके साथ ही जिलों में असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए पुलिस कई तरह के विकल्पों की मदद ले रही है. पुलिस की तरफ से सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है. भड़काऊ पोस्ट और अफवाहों से लोगों को बचने की सलाह दी जा रही है. वहीं दिल्ली में भी पिछले शुक्रवार को जामा मस्जिद, जामिया इलाके और दिल्ली गेट इलाके में विरोध प्रदर्शन हुआ था. दिल्ली गेट इलाके में विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था.
हिंसा पर NHRC ने यूपी के डीजीपी से मांगा जवाब
उधर यूपी में हुई हिंसा के दौरान मानवाधिकारों के हनन को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) सख्त हो गया है. एनएचआरसी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है. डीजीपी को चार सप्ताह में जवाब सौंपना है. एनएचआरसी ने कई शिकायतों का संज्ञान लेते हुए डीजीपी को नोटिस जारी किया है. नोटिस में हिंसा के दौरान हुई मौतों, इंटरनेट सेवाओं को बाधित किए जाने और पुलिसकर्मियों द्वारा लोक व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है.
यह भी देखें