Uttar Pradesh: बुंदेलखंड में बनेगा टाइगर रिजर्व, योगी कैबिनेट ने दी मंजूरी
UP Cabinet Decision: सीएम योगी के नेतृत्व में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अहम फैसला लिया गया, बुंदेलखंड में बनेगा पहला टाइगर रिजर्व-नाम होगा रानीपुर टाइगर रिजर्व, जानें पूरी डिटेल्स.
UP Cabinet Decision: यूपी की योगी सरकार ने मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अहम फैसला लिया है. कैबिनेट की बैठक में बुंदेलखंड में पहले टाइगर रिजर्व को मंजूरी दी गई. फैसले के मुताबिक बुंदेलखंड में पहला बाघ अभयारण्य बनेगा, जिसका नाम होगा रानीपुर टाइगर रिजर्व. इसके अलावा चित्रकूट जिले में भी अभयारण्य बनाने का फैसला लिया गया है. मंगलवार को सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.
रानीपुर टाइगर रिजर्व को मिली मंजूरी
कैबिनेट ने इसके तहत वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 38(v) के तहत रानीपुर टाइगर रिजर्व को मंजूरी दी है. टाइगर रिजर्व 52989.863 हेक्टेयर में फैला होगा, जिसमें 29958.863 हेक्टेयर बफर क्षेत्र और 23031.00 कोर क्षेत्र शामिल हैं. कोर क्षेत्र का हेक्टेयर को पहले से ही रानीपुर वन्यजीव के रूप में अधिसूचित किया गया था. इसके लिए रानीपुर टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन की स्थापना की जाएगी. इसके लिए आवश्यक पदों की स्वीकृति भी दी गई.
इस अभयारण्य में बाघ, तेंदुआ, भालू का घर चित्तीदार हिरण, सांभर, चिंकारा और विविध पक्षी और अन्य स्तनधारी जीव रहेंगे.
पशु-पक्षियों के लिए बनने वाला रानीपुर टाइगर रिजर्व की स्थापना राज्य के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होगी. बुंदेलखंड में वन्य जीवों के संरक्षण के साथ-साथ इससे पर्यटन उद्योग को काफी फायदा मिलेगा. राज्य में पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को लेकर अपार संभावनाएं हैं और इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. स्थानीय लोगों को इससे आर्थिक रूप से लाभान्वित होने का मौका मिलेगा.
हाल में मध्यप्रदेश के कूनो अभ्यारण्य में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए 8 चीते छोड़े. इसके बाद यूपी में भी इस तरह की कवायद के पीछे फॉरेस्ट एरिया बढ़ाने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने की मंशा बताई जा रही है.
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