लखनऊ: मॉरीशस से लौटे योगी आदित्यनाथ इन दिनों होम वर्क कर रहे हैं. उन्होंने वहां जो अच्छा देखा और सुना, अब उसी फ़ार्मूले को यूपी में लागू करने की तैयारी है. यूपी के सीएम अप्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल होने मॉरीशस गए थे.


तीन दिनों के विदेश दौरे में योगी आदित्यनाथ ने क्या क्या सीखा, ये उन्होंने ख़ुद अपने घर पर पत्रकारों से साझा किया. योगी सरकार जल्द ही अफ़सरों और गन्ना किसानों की एक टीम मॉरीशस भेजने वाली है. वहां जाकर ये टीम गन्ने की खेती और चीनी के उत्पादन के बारे में समझेगी.


योगी ने कहा कि मॉरीशस में अच्छी क्वालिटी की चीनी बनती है. अब से क़रीब दो सौ साल पहले बिहार और यूपी के लोग वहां गए थे. योगी ने बताया कि अब ये सभी लोग वहां संपन्न हैं. वाराणसी में योगी सरकार ने अप्रवासी भवन बनाने का फ़ैसला किया है. वाराणसी इसलिए चुना गया है क्योंकि बिहार और यूपी, दोनों राज्यों के लिए के यहां पहुँचना आसान रहता है.


मॉरीशस में रह रहे कई लोग अब भारत में अपनी जड़ें तलाश रहे हैं. इनमें से कुछ तो कई बार यहां का दौरा भी कर चुके हैं. इनमें से अधिकतर यूपी और बिहार के हैं. योगी सरकार ने इन्हें हर तरह की मदद देने का मन बनाया है. पीएम नरेन्द्र मोदी ने ख़ास तौर से योगी को मॉरीशस भेजा था. इस से पहले वहां बिहार के सीएम नीतिश कुमार के जाने की चर्चा थी.