Yogi Adityanath-Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख (आरएसएस) मोहन भागवत की गुरुवार (13 जून) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने वाले हैं. उनकी ये मुलाकात ऐसे समय पर हो रही है, जब उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा था. यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से महज 33 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. पिछले चुनाव में उसकी सीटों की संख्या 60 से ज्यादा थी.
दरअसल, संघ प्रमुख भागवन अपने पांच दिनों की यात्रा के तहत कल से ही गोरखपुर में हैं. यहां पर आरएसएस का वर्ग प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. ये कार्यक्रम चार प्रांतों का चल रहा है, जिसमें काशी गोरखपुर, अवध और कानपुर शामिल हैं. योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (14 जून) को गोरखपुर विकास को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं. इसके तहत वह आज शाम गोरखपुर पहुंचने वाले हैं. ऐसे में आज रात या फिर कल सुबह वह संघ प्रमुख से मिल सकते हैं.
हालांकि, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ के बीच होने वाली ये बैठक बहुत ही अहम मानी जा रही है. इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल ये है कि बीजेपी जिस यूपी को होमग्राउंड मानकर चल रही थी, वहां मिली हार के बाद मोहन भागवत योगी को क्या मैसेज देने वाले हैं. आइए जरा इसे समझने की कोशिश करते हैं.
सीएम योगी को क्या मैसेज देंगे मोहन भागवत?
माना जा रहा है कि इस बैठक में यूपी में बीजेपी को मिली करारी हारी पर बताचीत हो सकती है. ये समझने की कोशिश की जा सकती है कि आखिर वो कौन सी वजहें रही हैं, जिनकी चलते इतनी बड़ी शिकस्त खानी पड़ी है. बैठक में बीजेपी और आरएसएस के बीच बढ़ रही दूरियों को लेकर भी बात हो सकती है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि बीजेपी और आरएसएस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस मुलाकात में दोनों संगठनों के बीच यूपी में समन्वय बढ़ाने का मैसेज भी योगी को मिल सकता है.
आरएसएस को लेकर कहा जाता है कि वह ये तय करता है कि बीजेपी किसे सीएम बनाएगी और हटाएगी. यूपी को लेकर विपक्ष लगातार कह रहा है कि हार के बाद यूपी के सीएम को बदला जा सकता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर पर कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ को पद से हटा दिया जाएगा. ऐसे में संघ प्रमुख और यूपी सीएम की मुलाकात से इस तरह की अफवाहों को विराम भी लगने वाला है. ये एक मैसेज भी देगा कि सब कुछ ठीक चल रहा है.
भागवत सीएम योगी को मैसेज दे सकते हैं कि उनकी कुर्सी पर किसी तरह का खतरा नहीं मंडरा रहा है. वह उन्हें यूपी में संगठन को मजबूत करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की भी सलाह दे सकते हैं.
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