Exclusive: क्या अयोध्या में बनने वाले मस्जिद के शिलान्यास कार्यक्रम में जाएंगे, CM योगी ने दिया ये जवाब
एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज एक बड़ा सपना पूरा हुआ है.
लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज एक बड़ा सपना पूरा हुआ है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राम मंदिर की आधारशिला रखना नवीन युग का प्रारंभ है और यह युग 'रामराज्य' और 'नए भारत के निर्माण' का है.
मुख्यमंत्री ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ''मेरे लिए आज दोनों प्रकार से आज का दिन महत्वपूर्ण है. एक मुख्यमंत्री के रूप में. लोकतांत्रिक तरीके एक लंबे समय से चले आ रहे विवाद का खत्म होना है. एक राम भक्त होने के नाते मेरे लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि कई पीढ़ियां इसमें शामिल है. मैं दोनों भावों के साथ जुड़ा हुआ था. आज भारत ने दुनिया के लोगों को आइना दिखाया है. संवैधानिक तरीके से समस्या का हल हुआ है.''
मस्जिद के शिलान्यास पर क्या बोले सीएम?
जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या आप अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के शिलान्यास में जाएंगे? उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री के रूप में पूछेंगे तो हमें किसी धर्म, संप्रदाय, मजहब से कोई तकलीफ नहीं है. योगी के तौर पर पूछेंगे तो मैं कतई नहीं जाऊंगा. मुझे अपनी उपासना को व्यक्त करने का पूरा अधिकार है. मुझे दूसरे के कार्य में जाने का कोई अधिकार नहीं है. याद रखें कि जब हम रोजा-इफ्तार में टोपी पहनकर बर्ताव करते हैं यह धर्मनिरपेक्षता नहीं है. यह जनता जानती है. मस्जिद शिलान्यास कार्यक्रम में न तो मुझे कोई बुलाएगा और न ही मैं जाऊंगा. जिस दिन मुझे बुला लेंगे धर्मनिरपेक्षता खतरे में पड़ जाएगी.''
उन्होंने कहा, ''राम हर जगह हैं. उन्हें ढूंढने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन उन्हें वो स्थान मिलना चाहिए. वो जन्मभूमि है. हमारी कई पीढ़ियां जुड़ी हुई थी. हम आशावादी थे क्योंकि हम आंदोलन में शामिल थे और हमें पूरी उम्मीद थी.''
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''1885 में इस मामले का समाधान हो सकता था. घालमेल किया गया. इसका समाधान नहीं निकाला गया. अंग्रेज भी इसका समाधान हनीं चाहते थे. संघर्ष चलता रहा. 1934 में कीर्तन शुरू हुआ. राम की तस्वीर लगा दी गई. 1949 में राम लला का प्रकटीकरण होता है. 1986 में ताला खुलता है. मुद्दा मंदिर निर्माण का नहीं था. मुद्दा जन्मभूमि का था. जन्मभूमि पर रामलला ही विराजमान होंगे इसको लेकर लड़ाई चल रही थी. राम के बहुत मंदिर हैं, सवाल मंदिर का नहीं है.''
सीएम का कांग्रेस पर निशाना
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि विवाद बना रहे. कांग्रेस मंदिर दूर चाहती थी. कांग्रेस ने वोट के लिए विवाद पैदा किया. आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है. दुनिया को एक संकेत भारत की जनता ने दिया है. इन नेताओं को संवैधानिक मूल्यों की जरा सी भी जानकारी नहीं है. संविधान के पृष्ठ पर राम, सीता को दिखाया गया. राम लोकतांत्रिक मूल्यों के मजबूत आधार हैं.
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूजा की ये आम जनता के लिए गौरव की बात है. जब कोर्ट में मामला था तो प्रधानमंत्री कभी अयोध्या नहीं गए. मैं मुख्यमंत्री के नाते जरूर गया था.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के नेताओं को सख्त हिदायत दी थी कि आप वेबजह बयानबाजी नहीं करें. कोर्ट का फैसला आने दें. उन्होंने कहा कि जब हमने मकान दिया, गैस दिया, किसानों को मदद दी तो हिंदू मुस्लिम नहीं किया. इसमें कोई मजहब नहीं था.