उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में अपने काफिले की सुरक्षित रवानगी के लिए रोके गए सामान्य यातायात में फंसी एक एंबुलेंस को अपनी गाड़ी रोककर जाने का रास्ता दिया. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
पुलिस उपायुक्त (यातायात) सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि गुरुवार शाम मुख्यमंत्री का काफिला हजरतगंज से बंदरिया बाग की तरफ रवाना होने के लिए निकलने वाला था. उन्होंने बताया कि इसके लिए एक सामान्य प्रक्रिया के तहत उस रास्ते पर यातायात रोका गया था.
शाक्य के मुताबिक, राज भवन के नजदीक योगी ने एक एंबुलेंस को यातायात में फंसे देखा तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया कि अपना कारवां सड़क के एक किनारे पर रोक दें और एंबुलेंस को जाने का रास्ता दें. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की इस पहल की आम लोगों ने सराहना की.
यातायात रोके जाने के कारण वहां खड़े लखनऊ के मड़ियांव क्षेत्र के भास्कर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंसानियत का परिचय देते हुए एंबुलेंस को जाने दिया. हो सकता है कि इससे किसी की जान बच गई हो.
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह लगातार दूसरी बार सीएम की कुर्सी पर काबिज हुए हैं. लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में हुए शपथ ग्रहण समारोह में उन्होंने शपथ ली. सीएम योगी ने गुरुवार को सभी सर्विस सेलेक्शन बोर्ड्स को 10 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकार नौकरी में भर्ती करने का निर्देश दिया. ये कार्य 100 दिनों के अंदर होना होगा.
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