हाथरस: हाथरस गैंगरेप मामले में एबीपी न्यूज़ की मुहिम का बड़ा असर हुआ है. हाथरस के एसपी विक्रांत वीर सिंह, क्षेत्राधिकारी (CO) राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया है. अब हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल होंगे. जायसवाल शामली के एसपी हैं.
हाथरस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लिया है. साथ ही दोनों पक्षों (पीड़ित और आरोपी) और मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों का नार्को टेस्ट करवाए जाने का निर्देश दिया गया है.
इससे पहले हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर हो रही आलोचनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है.
उन्होंने कहा, ''इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है.''
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था. लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया.
पूरे इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. राजनीतिक कार्यकर्ताओं को दूर, मीडिया से भी प्रशासन ने बदसलूकी की है. एबीपी न्यूज़ की टीम को हाथरस जाने से रोक दिया गया है. हाथरस मामले की जांच राज्य सरकार ने विशेष जांच दल गठित किया है. बता दें कि प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि लड़की के साथ गैंगरेप की घटना नहीं हुई है.
एबीपी न्यूज़ की मुहिम
एबीपी न्यूज़ की टीम को भी हाथरस पुलिस पीड़िता के गांव तक नहीं जाने दे रही है. उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार का पक्ष जानने गई एबीपी न्यूज़ की टीम के साथ यूपी पुलिस ने बदसलूकी की.
पुलिस ने पहले तो एबीपी न्यूज़ की टीम को गांव में जाने से रोका, फिर कैमरे का वायर निकालने की कोशिश की. बाद में ABP न्यूज़ रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गई. पुलिस की बदसलूकी का आलम यहीं नहीं रुका और एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाता को चोर तक कह दिया.