लखनऊ: हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुये बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने पर कांग्रेस ने आज प्रदेश के वरिष्ठ नेता संजय दीक्षित को छह साल के लिये पार्टी से निष्काषित कर दिया. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि संजय दीक्षित को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के नामित, मनोनीत पदों से हटाते हुए आज कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से छह सालों के लिए निष्कासित कर दिया गया.


गौरतलब है कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद दीक्षित ने उन्हें पार्टी में शामिल किये जाने का विरोध करते हुये फेसबुक पर टिप्पणी की थी. उन्होंने राज्य के नेताओं पर इस संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को गुमराह करने का आरोप लगाया था. दीक्षित ने पोस्ट में कहा था कि सिद्दीकी मायावती सरकार के समय हुए सभी बड़े घोटालों में शामिल रहे और वह हमेशा मायावती के करीबी थे. राहुल गांधी जब स्वच्छ राजनीति की वकालत कर रहे हैं तब एक दागी नेता को कैसे कांग्रेस में शामिल किया जा सकता है?


दीक्षित ने कहा था कि ऐसा लगता है कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने सिद्दीकी के साथ कोई समझौता किया है. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बताया कि दीक्षित को इसके पूर्व अनुशासन समिति ने उन्हें ऐसा आचरण न करने की चेतावनी भी दी है और उनसे लिखित रूप से स्पष्टीकरण मांगा गया था. इतना ही नहीं चेतावनी और लिखित रूप से माफी मांगने के बावजूद दीक्षित लगातार पार्टी विरोधी कार्य कर रहे थे.