लखनऊः उत्तर प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद को अलोकतांत्रिक और साजिश के तहत गिरफ्तार किया है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार उन्हें तत्काल प्रभाव से रिहा करे, नहीं तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि ये सरकार जिस तरह का सुलूक कर रही है वह सही नहीं है.
यूपी कांग्रेस के संगठन प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि मंडल स्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि जब तक वो आलोक प्रसाद को रिहा नहीं करेंगे, वे जिला स्तर पर आंदोलन को बाध्य होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार में जितना अत्याचार दलितों के साथ अत्याचार हो रहा है, पूर्ववर्ती किसी सरकार में नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि दलितों के साथ बलात्कार, हत्या और रास्ते में सड़क पर बांधकर पीटा जा रहा है.
विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि हमारे नेता को फर्जी मुकदमें में फंसाकर उसे जेल में रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी में चारों ओर समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. किसान बिल लाकर किसानों का उत्पीड़न हो रहा है, नौजवानों के साथ बेरोजगारी की समस्या है, उत्तर प्रदेश की सरकार ने जो हमारी पूर्ववर्ती सरकार की तरफ से किए गए कार्य थे, उसे भी आज बिल ले आकर उन्हें उनके ही खेतों में मजदूर बनाने का काम कर रही है. वहीं महंगाई की समस्या से समाज का हर वर्ग आहत है.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के अंदर भी काफी गुस्सा है. वे उनके कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है. आज कोविड-19 को लेकर प्रोटोकॉल की वजह से उनके कार्यकर्ता चुप हैं, किसान यूपी में आत्महत्या कर रहा है. उन्होंने कहा कि वह नीतियों को लेकर ही जनता के बीच जा रहे है. उनकी नीतियों को ही बीजेपी की सरकार नाम बदलकर वाहवाही लूट रही है.
विरेन्द्र चौधरी ने बिहार विधानसभा और यूपी उपचुनाव में कांग्रेस के कमजोर पड़ने पर कहा कि परिणाम तो निश्चित रूप से महागठबंधन के पक्ष में था, जिसमें हेरफेर और धांधली की गई. उन्होंने कहा कि यूपी में 403 सीटें हैं. 403 सीटों में तीन से चार बजे तक रिजल्ट आ जाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग के सामने गए, लेकिन चुनाव आयोग और सीबीआई केंद्र के कहने पर काम कर रही हैं. लोकतंत्र का इस सरकार में मजाक बनाया जा रहा है.
इस दौरान उत्तर प्रदेश दलित कांग्रेस कमेटी अनुसूचित विभाग के महासचिव अमित सिंह गौतम ने कहा कि दलितों के दमन के लिए सिस्टमेटिक ढंग से कार्य किया जा रहा है. पूरे यूपी बांदा, बुलंदशहर, लखनऊ, मेरठ, देवरिया और चाहें गोरखपुर हो. यहां पर दलितों की बेटियों के साथ लगातार बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार जब विफल हो जा रही है, तो कांग्रेस की आवाज को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है.
अमित सिंह गौतम ने कहा कि कांग्रेस के दलित कांग्रेस के चेयरमैन आलोक प्रसाद पासी दलितों की आवाज बनते जा रहे थे. यही वजह है कि बीजेपी सरकार ने उन्हें फर्जी मुकदमें में फंसा दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें रिहा नहीं किया गया, तो 26 नवंबर को सभी जिला मुख्यालय पर वे आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी सरकार ने उन्हें रिहा नहीं किया, तो लखनऊ पहुंचकर विधानसभा का घेराव किया जाएगा.
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