लखनऊ: मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एलान कर दिया था, 'अब गुंडे-अपराधी या तो अपराध छोड़ दें या फिर प्रदेश छोड़ दें'. अब यूपी में इन दिनों लगातार पुलिस एनकाउंटर हो रहे हैं. जिलों में एसएसपी के बीच अपराधियों को मारने की होड़ मची हुई है. पुलिसवालों की हिम्मत बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने एक और फैसला किया है. इसके तहत जो भी पुलिस वाला अपराधियों के बारे में जानकारी देगा, उसे अब ईनाम मिलेगा.


प्रमुख गृह सचिव अब पांच लाख रुपये तक का ईनाम दे पाएंगें. पहले उनके पास सिर्फ ढाई लाख रुपये तक देने का अधिकार था. इसके अलावा डीजीपी का भी अधिकार बढ़ा दिया गया है. 50 हज़ार के बदले अब वे अपराधियों पर ढाई लाख रूपये तक का ईनाम घोषित कर पाएंगें. एडीजी क़ानून व्यवस्था अब किसी भी गुंडे पर एक लाख रुपये का ईनाम रख सकते हैं. पहले उनके पास इतना अधिकार नहीं था.



वहीं आईजी और डीआईजी रैंक के अफसरों को 50 हज़ार रुपये तक का ईनाम देने का अधिकार दिया गया है. इससे पहले ऐसे अधिकारियों के पास 15 हजार तक ईनाम देने का अधिकार था. इसके अलावा जिलों में एसएसपी और एसपी अब पांच हज़ार के बदले बदमाशों पर 25 हजार रुपये तक का ईनाम रख पाएंगें.


योगी सरकार के इस ताज़ा फ़ैसले से बड़े अपराधियों की धरपकड़ तेज हो जाएगी. जिस पर जितना बड़ा ईनाम होगा, उसे पकड़ने में पुलिस वाले उतनी ही तेज़ी दिखाएंगें. योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से पिछले छह महीने में 867 ईनामी बदमाश पकड़े जा चुके हैं.