उत्तर भारत में गर्मी का सितम जारी है. तापमान हर रोज रिकॉर्ड तोड़ रहा है. उत्तर भारत और दिल्ली के कई इलाकों में तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है. यूपी में गर्मी से 33 लोगों की मौत हो चुकी है. डॉक्टर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर से न निकलने की सलाह दे रहे हैं. लेकिन पेट की आग बुझाने के लिए देश की बड़ी आबादी इस तपिश मारती गर्मी में घर से बाहर निकलने के लिए मजबूर है. सबसे ज्यादा बेबस है देश की राजधानी जो इस वक्त दोहरी मार झेल रही है.
जबसे जून शुरु हुआ है. उत्तर भारत में सीधी दोपहर हो रही है. सुबह से ही आसमान से गर्मी आग बरस रही है. सूरज लगातार धधक रहा है. पहले बात सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ने की थी. लेकिन अब जान पर बन आई है. देश का सबसे बड़ा सूबा उत्तर प्रदेश इसका सबसे बड़ा पीड़ित है, जहां गर्मी से 33 से ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है. इसमें कानपुर और बुंदेलखंड में ही शनिवार को 20 लोगों की मौत हुई है. वहीं तापमान की बात करें तो कानपुर में 46.3 डिग्री, हमीरपुर में 46.2 डिग्री, झांसी में 46.1 डिग्री, वाराणसी में 46 डिग्री, प्रयागराज में 46 डिग्री, आगरा में 45.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया है.
बिहार 128 साल के मौसमी इतिहास में सबसे ज्यादा गर्मी झेल रहा है. पटना में लू का कहर ऐसा है कि लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है. सुबह 10 बजते ही सड़कों पर अनकहा कर्फ्यू लग जाता है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली दोहरी मार झेल रही है. एक तरफ गर्मी का टॉर्चर है तो दूसरी तरफ पानी की किल्लत है. दिल्ली में हालात ऐसे हैं कि इस सड़ी गर्मी पानी की खोज करने लोगों को कई-कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है और इसके बाद भी पानी नहीं मिल पा रहा है.
उधर, दिल्ली में मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए दिल्ली में भीषण गर्मी और हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यानी गर्मी से राहत मिलने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं है. दिल्ली को इस तिलमिलाती गर्मी से सिर्फ मॉनसून बचा सकता है. लेकिन 30 जून से पहले उसके भी आने के कोई आसार नहीं है.
मॉनसून कब आएगा?
IMD वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने कहा, दिल्ली में 30 जून के आसपास मॉनसून आने का टाइम है. मॉनसून सीधे साउथ से नॉर्थ की ओर नहीं जाती अभी मॉनसून साउथ गुजरात से होते हुए नॉर्थ वेस्ट गुजरात.साउथ ओडिशा विजयनगर से होकर बंगाल के खाड़ी से इस्लामपुर की ओर जा रहा है . हमें उम्मीद है कि अगले 4-5 दिनों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल, बिहार, झारखंड इन सभी के कुछ इलाकों में मॉनसून की स्थिति पैदा होगी.
मतलब एक दम साफ है. गर्मी का कहर ऐसे ही जारी रहेगा. ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है. अगर जरूरत ना हो तो घर से बाहर निकले.