UP Election 2022: यूपी के चुनाव में बीएसपी (BSP) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को ब्राह्मण विरोधी बताने का अभियान तेज कर दिया है. इस कैंपेन की अगुवाई पार्टी के ब्राह्मण नेता और राज्य सभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Misra) कर रहे हैं. उन्होंने तो गोरखपुर मठ को ब्राह्मण विरोध का सेंटर बताया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी मठ के महंत हैं और नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े चेहरे. बीएसपी के महासचिव मिश्रा ने मिर्ज़ापुर की जन सभा में नाथ समुदाय पर बेहद गंभीर आरोप लगा दिए.
उन्होंने कहा कि नाथ संप्रदाय का काम ही ब्राह्मणों को ठिकाने लगाने का है. बीएसपी नेता ने तो ये तक कह दिया कि नाथ संप्रदाय के लोग सीएम योगी के कहने पर मंदिरों से ब्राह्मण पुजारियों को निकाल कर उन मंदिरों पर क़ब्ज़ा करना चाहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में बड़ी संख्या में मंदिरों के पुजारियों की हत्या हुई है. उनकी मानें तो योगी राज में एक भी ब्राह्मण सुरक्षित नहीं है.
बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बीजेपी को हिंदुओं का सबसे बड़ा दुश्मन बताया है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को सबसे बड़ा खतरा बीजेपी सरकार से है. मिश्रा ने आरोप लगाया कि सीएम गेरुआ वस्त्र पहनकर अपने आप को योगी, महाराज, धर्मात्मा कहलाना पसंद करवाते हैं. सीएम चाहते हैं कि इनके सामने सभी नतमस्तक रहें.
उन्होंने जनता से सवाल पूछा क्या जो आदमी अपने आप को महाराज समझता है वह गरीब जनता की सेवा कर पाएगा? सतीश मिश्रा ने बताया कि सीएम अपने आप को धर्मात्मा और योगी बताते हैं तो अपने मठ पर क्यों पूजा पाठ नहीं करते, क्यों बाहर निकल कर लोगों का एनकाउंटर और गोली मरवाने का काम करते हैं?
बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा बीजेपी का काम ही है भगवान के नाम पर पैसा कमाना. उनके मुताबिक़ बीजेपी वाले धर्म के पुजारी नहीं व्यापारी हैं. ये जनसेवा नहीं सिर्फ अपनी सेवा करना जानते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी और बीजेपी एक जाति विशेष को बढ़ावा देती है. उन्होंने आंकड़े देकर बताया कि राज्य के हर बड़े पद पर, हर विभाग में सभी सरकारी नौकरियों में सपा और बीजेपी वाले अपनी जाति विशेष के लोगों को भरने का काम करते हैं.