PM Modi Akhilesh Yadav Sanjay Singh: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यूपी के गोरखपुर को एम्स और खाद कारखाना की सौगात देकर समाजवादी पार्टी की सरकार पर जमकर हमला बोला था. पीएम ने 'लाल टोपी' वालों को यूपी के लिए 'रेड अलर्ट' बताया था. पीएम के इस बयान पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी पलटवार किया था.
अखिलेश ने बुधवार को भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया संसद परिसर में दी. मीडिया के बातचीत करते हुए अखिलेश ने कहा, हर एक के जीवन में लाल रंग है. लाल रंग बदलाव का भी है. हमारे आपका खून का रंग भी लाल है और लाल रंग सुंदरता को बढ़ाता है. ये सद्भावना का भी रंग है.
सपा सुप्रीमो ने कहा, अगर आप देवी देवताओं को भी देखोगे तो कहीं ना कहीं लाल रंग दिखेगा. हनुमान जी का रंग लाल है, सूरज का रंग लाल है. रिश्तों का रंग भी लाल है और शायद रिश्ते बीजेपी नहीं समझती है. यूपी के पूर्व सीएम ने कहा, हमारे बाबा मुख्यमंत्री नहीं समझेंगे. वो चिलमजीवी लोग क्या समझेंगे जो विकास नहीं कर पाए. यूपी की जनता यही जानना चाहती है आखिर विकास क्या किया है.
वहीं आप नेता संजय सिंह ने भी पीएम मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, मुझे तो डर है कि कभी यह लोग लाल किले को काला किला न बना दें. प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल से इस तरीके का बयान निश्चित तौर पर नहीं होना चाहिए था.
क्या था पीएम मोदी का बयान
पीएम मोदी ने कहा था कि अपनी तिजोरी भरने और आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए सत्ता चाह रहे 'लाल टोपी' वाले लोग उत्तर प्रदेश के लिए 'खतरे की घंटी' हैं. मोदी ने सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था, ''लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए. घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए. लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए इसलिए याद रखिये कि लाल टोपी वाले 'यूपी के लिए रेड अलर्ट' हैं, यानी 'खतरे की घंटी' हैं.''
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