UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तलाशने में जुटे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की है कि कृषि कानूनों की तरह नागरिका संशोधित कानून (CAA) को भी वापस लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं सीएए के खिलाफ हूं और जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता, मैं इसका विरोध करता रहूंगा. ओवैसी ने कहा कि जिस तरह से किसानों ने आंदोलन कर तीनों कृषि बिल वापस कराए उसी तरह मुसलमान भी सड़कों पर उतर कर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करें. उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होने दिया जाएगा.
यूपी चुनाव से पहले जौनपुर के गुरैनी सुम्बुलपुर में पहुंचे ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएए को लेकर ये बात कहीं. भाषण के दौरान उन्होंने सीएए और एनआरसी पर अपने गुस्से का इजहार किया. ओवैसी ने आरोप लगाया कि देश में धर्म के आधार पर सीएए लाया जा रहा है. इसमें सिर्फ एक ही धर्म के लोगों को निशाना बनाया जाएगा. इसलिए जरूरी है कि जिस तरह से किसानों ने आंदोलन कर तीनों कृषि बिल वापस कराए उसी तरह मुसलमान भी सड़कों पर उतर कर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करें.
इस दौरान ओवैसी ने कहा कि बीजेपी कहती है कि ओवैसी समाजवादी पार्टी की बी टीम है. वहीं समाजवादी पार्टी कहती है कि ओवैसी की पार्टी बीजेपी की बी टीम है. पहले ये लोग तय कर लें कि ओवैसी किसकी बी टीम है. यूपी में विकास को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ को घेरा. उन्होंने कहा कि यूपी में विकास नहीं किया गया है. यहां सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति की गई है. एक धर्म के लोगों को परेशान किया गया है. यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
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