UP Election 2022: कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के ठिकानों पर जीएसटी टीम की छापेमारी ने उत्तर प्रदेश में सियासी पारा और बढ़ा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से लेकर, सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को निशाने पर ले रहे हैं. वहीं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इसको लेकर आज पलटवार किया.
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उन्नाव में एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि जो छापा पड़ा है, जो पैसा निकला है...अंत में देखेंगे कि यह पैसा बीजेपी का ही निकलेगा. साथ ही उन्होंने कहा, ''पीएम मोदी कहीं न कहीं इत्र को बदनाम कर रहे हैं, उस कन्नौज को बदनाम कर रहे हैं, जिसने कितनों को रोजगार दिया है, कारोबार दिया है.''
सपा सुप्रीमो ने कहा, '' इन्होंने (बीजेपी) इत्र के कारोबार को बढ़ाने के लिए तो कुछ नहीं किया है लेकिन इत्र को बदनाम करने के लिए जरूर कर रहे हैं. जो छापा पड़ा है, जो पैसा निकला है...अंत में देखेंगे कि यह पैसा बीजेपी का ही निकलेगा. बीजेपी बताए कि नोटबंदी के बावजूद उसके पास से इतना पैसा कहां से मिला और किन बैंकों ने पैसा देने का काम किया.''
बता दें कि कर चोरी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे गए कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों से अब तक करीब 194 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी और 23 किलोग्राम सोना और अन्य कीमती सामान जब्त किया गया है. केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि पान मसाला (गुटखा) एवं इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थित आवास से 177.45 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी मिली है. इसके अलावा कारोबारी के कन्नौज स्थित ठिकानों (आवासीय और कारखाना परिसर) से भी तलाशी दल को करीब 17 करोड़ रुपये की नकदी मिली है.
अमित शाह का निशाना
बीजेपी नेताओं का आरोप है कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) से समाजवादी पार्टी के संबंध रहे हैं. आज गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने हरदोई में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले आयकर विभाग ने छापा मारा तो भाई अखिलेश के पेट के अंदर मरोड़ होने लगा, कहने लगे कि राजनीतिक द्वेष के कारण छापा मारा गया है और आज उन्हें जवाब सूझ नहीं रहा है कि समाजवादी इत्र बनाने वाले के यहां से छापे में ढाई सौ करोड़ रुपये मिला है.
शाह ने कहा, ‘‘ यह यूपी के की जनता से लूटा हुआ ढाई सौ करोड़ इत्र वाले के घर से निकला है. अखिलेश जी, आप हमें डराने का प्रयास मत करो, मोदी जी ने सत्ता में आने से पहले ही कहा था कि बीजेपी इस देश के अंदर से भ्रष्टाचार को नेस्तनाबूद करेगी, काला धन को समाप्त कर देगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ समाजवादी पार्टी की एबीसीडी (अंग्रेजी वर्णमाला) ही उल्टी है. ' ए' से मतलब है अपराध और आतंक, ‘बी’ से मतलब है भाई-भतीजावाद, ‘सी’ से मतलब है करप्शन और ‘डी’ से मतलब है दंगा.’’
अमित शाह (Amit Shah) के इस बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''अमित शाह दो नंबर के नेता हैं. एक में प्रधानमंत्री हैं, दूसरे नंबर पर अमित शाह हैं. हम तो एबीसीडी जानते हैं, अपने सीएम को एबीसीडी कब सिखाएंगे. मुझे नहीं लगता है कि उन्हें पता है. आप साढ़े चार साल तक टैबलेट नहीं दिए.''
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सीएम योगी (CM Yogi) पर निशाना साधते हुए कहा, ''किसानों की आय दोगुनी नहीं कर पाए, गन्ना का बकाया है. बिजली का संयत्र नहीं लगा है. समाजवादी लोगों ने सबसे जल्दी में एक्सप्रेसवे बनवाई, सबसे जल्दी में मेट्रो हमने बनवाई. बीजेपी के लोग मंदिर नहीं बनवाना चाहते हैं. मंदिर के नाम पर केवल वोट लेना चाहते हैं. अगर समाजवादी पार्टी और जल्दी में बनवाती. अगर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है तो कोई मंदिर का निर्माण कैसे रोक सकता है. ये बात गृहमंत्री कह रहे हैं, यह अजीब बात है. जिस गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों पर गाड़ियां चढ़ाई, उस मंत्री को अमित शाह बगल में बैठाते हैं. इस बार के चुनाव में किसान, महंगाई, रोजगार का मुद्दा होगा.
उन्होंने कोविड पॉजिटिव पत्नी डिंपल यादव और बेटी की तबियत को लेकर कहा कि दोनों बिल्कुल ठीक हैं. डिंपल यादव और उनकी बेटी कुछ दिनों पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हो गईं थी.