Uttar Pradesh Election 2022: उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने आज दिल्ली में ब्राह्मण वर्ग की नाराजगी को दूर करने के लिए एक बड़ी बैठक की. यह बैठक इस वजह से भी महत्वपूर्ण कही जा सकती है, क्योंकि माना जा रहा है कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण बीजेपी से नाराज है. आज दिल्ली में हुई यह बैठक यूपी बीजेपी प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के घर पर हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में एक 16 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है, जिसका मकसद ब्राह्मणों की नाराजगी को दूर करने का होगा.


धर्मेंद्र प्रधान के घर हुई इस बैठक में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, ब्रजेश पाठक, सत्यदेव पचौरी, सतीश गौतम, महेश शर्मा, सुब्रत पाठक, महेंद्र नाथ पांडे, लक्ष्मी कांत वाजपेई, नीलकंठ तिवारी, रीता बहुगुणा जोशी समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए. इसके साथ ही इस बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा भी शामिल हुए.


इस बैठक को बुलाने का मकसद था कि कैसे यूपी में ब्राह्मण वर्ग की नाराज़गी को दूर किया जाए. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में तय किया गया कि सभी ब्राह्मण नेता अपने अपने क्षेत्र में जाकर ब्राह्मण वर्ग के प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात करेंगे और जनता को बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा ब्राह्मणों के लिए किए गए कामों के बारे में जानकारी दें.


पिछले काफी वक्त से कहा जा रहा है कि यूपी के करीब 12 फ़ीसदी ब्राह्मण योगी सरकार से नाराज़ चल रहे हैं और ब्राह्मण वर्ग से लगातार ये आवाज़ उठ रही है कि सरकार ने साढ़े चार साल में यूपी में ब्राह्मण समाज के लिए कुछ नहीं किया. यह वह ब्राह्मण वर्ग है, जिसको सालों से बीजेपी का मज़बूत वोट बैंक माना जाता रहा है. डर यह है कि यह नाराज ब्राह्मण वर्ग इस बार किसी दूसरी पार्टी के पाले में ना चला जाए इसीलिए नाराज़ ब्राह्मण को मनाने की कवायद तेज कर दी गई है. 


गौरतलब है कि अजय मिश्र टेनी भी इसी ब्राह्मण वर्ग से आते हैं. लखीमपुर मामले में लगातार विपक्ष के हमलों के बावजूद सरकार अभी भी अजय मिश्र टेनी को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही और इस सब के पीछे भी यह एक बड़ी वजह बताई जा रही है. क्योंकि अजय मिश्र टेनी के खिलाफ कार्रवाई कर सरकार ब्राह्मण वर्ग को और नाराज करने का जोखिम नहीं उठाना चाहेगी.