Amit Shah Visit UP: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के नेता ताबड़तोड़ प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. प्रदेश की सत्ता में वापसी के इरादे से बीजेपी हर रणनीति पर काम कर रही है. गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) कल से यूपी दौरे पर रहेंगे. अमित शाह का करीब हफ्ते भर चलने वाला उत्तर प्रदेश दौरा शुक्रवार से शुरू हो रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री (Home Minister) और बीजेपी के अहम रणनीतिकार अमित शाह विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान को आगे बढ़ाने और जमीनी स्तर पर संगठनात्मक तंत्र को मजबूत करने के लिए शुक्रवार से शुरू होने वाले यूपी के दौरे के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हालांकि गृह मंत्री के कार्यक्रम की औपचारिक रूप से घोषणा की जानी अभी बाकी है.
शुक्रवार से अमित शाह का यूपी दौरा
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक अमित शाह के करीब 21 अलग-अलग जगहों पर जनसभाओं को संबोधित करने की उम्मीद है. हर जनसभा में आसपास के सात विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक शामिल होंगे. इस तरह शाह करीब 140 विधानसभा सीटों को कवर कर लेंगे. बीजेपी की योजना शाह को संगठनात्मक रणनीति में सबसे आगे रखने की है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी यूपी में आधारशिला रखने या विकास परियोजनाओं को लॉन्च करने के लिए प्रदेश का लगातार दौरा कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की योजना अमित शाह की जनसभाओं और रैलियों में दलित और ओबीसी बहुल क्षेत्रों से समर्थकों को लाने की है. बीजेपी का ये कदम उस पृष्ठभूमि में राजनीतिक महत्व बनाए रखता है जब बीजेपी गैर-यादव ओबीसी और दलितों को एक आक्रामक समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का मुकाबला करने के लिए लामबंद कर रही है.
अमित शाह का मिशन यूपी
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक अमित शाह जमीनी स्तर की राजनीतिक स्थिति का आंकलन करने के लिए कई जगहों पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक भी करेंगे. पार्टी ने अपने संगठनात्मक तंत्र को गति देने के लिए हाल ही में बूथ स्तर के कार्यक्रम आयोजित किए थे. बीजेपी अपने कैडर की ताकत को मजबूत करने के लिए विपक्ष के जमीनी कार्यकर्ताओं को दूर करने की रणनीति पर आक्रामक तरीके से काम कर रही है. बीजेपी के नेता अपनी जनसभाओं के दौरान ज्यादातर अखिलेश पर निशाना साध रहे हैं.
विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटों के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश में जन विश्वास यात्रा नाम से मेगा प्रचार कार्यक्रम भी चला रही है. उधर, राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो अखिलेश अपनी विजय यात्रा के दौरान जनसभाओं में काफी भीड़ को आकर्षित कर रहे हैं और 2022 में बीजेपी के सत्ता में आने से रोकने की कोशिश में लगे हैं. तो वहीं बीजेपी हर हाल में सत्ता में वापसी के लिए अपनी अलग-अलग रणनीति पर काम करती नजर आ रही है.