Akhilesh Yadav And SP Singh Baghel Net Worth: मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र से सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास 76,015 रुपये मूल्य का मोबाइल फोन और 5.34 लाख रुपये से ज्यादा की वर्क आउट (Work Out) मशीन है. वहीं सपा प्रमुख के पास कोई हथियार नहीं है, जबकि बीजेपी से उनके प्रतिद्वंद्वी एस. पी. सिंह बघेल के पास लाइसेंसी राइफल और रिवॉल्वर हैं.
दोनों नेताओं के चुनावी हलफनामों के अनुसार, अखिलेश (और उनकी पत्नी डिंपल और बेटी अदिति की) की कुल संपत्ति 40.14 करोड़ रुपये से ज्यादा है, जबकि बघेल (और उनकी पत्नी मधु और बेटा पार्थ) की 8.75 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है.
हलफनामे के अनुसार, डिंपल यादव के पास 1.25 लाख रुपये का कंप्यूटर और 2,774 ग्राम से अधिक वजन के सोने के गहने, 203 ग्राम मोती, 127.75 कैरेट का हीरा है जिसकी कीमत 59,76,687 रुपये है.
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सपा प्रमुख पति-पत्नी के पास कोई वाहन नहीं है. अखिलेश यादव की कुल चल संपत्ति 8.43 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि डिंपल की 4.76 करोड़ रुपये से अधिक है. अखिलेश, डिंपल और अदिति की चल संपत्ति 13.30 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
अखिलेश यादव के पास 17.22 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है, जबकि डिंपल के पास 9.61 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है. उनकी कुल अचल संपत्ति 26.83 करोड़ रुपये से अधिक है. सपा प्रमुख पर 28.97 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है, जबकि उनकी पत्नी पर 14.26 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है.
बीजेपी प्रत्याशी बघेल (और उनकी पत्नी और बेटे) की कुल चल संपत्ति 84 लाख रुपये से अधिक है. इसमें बघेल के 45.94 लाख रुपये से अधिक, मधु सिंह बघेल (पत्नी) के 25.91 लाख रुपये से अधिक और पार्थ सिंह बघेल (पुत्र) के 12.14 लाख रुपये से अधिक शामिल हैं।.
केंद्रीय मंत्री की कुल अचल संपत्ति 7.91 करोड़ रुपये से अधिक है. इसमें बघेल के 1.85 करोड़ रुपये से अधिक, मधु के 5.99 करोड़ रुपये से अधिक और पार्थ के 7.70 लाख रुपये से अधिक शामिल हैं. वर्तमान में, 61 वर्षीय बघेल, जो आगरा (सुरक्षित) से लोकसभा सांसद हैं, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं.
चुनावी हलफनामे के अनुसार, बघेल पर कोई देनदारी नहीं है, जबकि उनकी पत्नी पर 63.33 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है. केंद्रीय मंत्री ने अपने चुनावी हलफनामे में कहा है कि उनके खिलाफ अदालत में तीन मामले लंबित हैं, जबकि अखिलेश यादव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज है और बघेल के खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है.
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