एक्सप्लोरर

UP Elections 2022: Barabanki की जनता इस बार किसको देगी सत्ता और किसका काटेगी पत्ता? ये है लोगों की राय

UP Elections: बाराबंकी ने 2007 के चुनाव में बसपा (BSP), 2012 में सपा (SP) और 2017 में बीजेपी (BJP) को जीताकर सत्ता तक पहुंचाया. जानिए बारबंकी के वोटर इस बार किसको देंगे सत्ता और किसका काटेंगे पत्ता.

UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का बाराबंकी (Barabanki) एक ऐसा जिला है, जिसे हिन्दू और मुस्लिम के सौहार्द के लिए जाना जाता है. बाराबंकी ने साल 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा (BSP), 2012 में सपा (SP) और 2017 में बीजेपी (BJP) को जीताकर सत्ता तक पहुंचाया. जानिए बारबंकी के वोटर इस बार किसको देंगे सत्ता और किसका काटेंगे पत्ता.

बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्रस्त

बाराबंकी के एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है, "सरकार ने जो काम किया है, उससे भले ही हम बहुत संतुष्ट हैं, लेकिन बेरोजगारी और महंगाई कई गुना बढ़ गई है. पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ गए हैं कि इसका असर हर तरफ दिखाई दे रहा है और बेरोजगारी ऐसी है कि परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो जाते हैं. सालभर इतनी मेहनत करने वाले छात्र निष्फल हो जाते हैं." एक अन्य व्यक्ति का कहना है, ''कुछ बदलाव हुए हैं. लेकिन ऐसा विकास नहीं हुआ, जैसा होना चाहिए था. हमें समय पर राशन नहीं मिलता है. राशन लेने के लिए सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं. कभी कभी हमें राशन नहीं मिल पाता.''

क्या है युवाओं की मांग

युवाओं का मानना है कि सबसे बड़ी चुनौती शिक्षा व्यवस्था की है. दिल्ली एक ऐसा उज्ज्वल उदाहरण है जहां शिक्षकों को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है. प्रिंसिपल को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है. इस सरकार ने धार्मिक गतिविधियों के संबंध में काफी विकास किया है. उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, अयोध्या में राम मंदिर को विकसित किया है. लेकिन उन्हें  भगवान महादेव पर भी ध्यान देना चाहिए. उन्हें दिल्ली की शिक्षा प्रणाली की तुलना भी करनी चाहिए और इस तरह की प्रगति पर ध्यान देना चाहिए. 

वहीं एक और शख्स ने बताया कि भले ही हम राज्य की राजधानी लखनऊ से सटे हुए हैं, लेकिन यहां के छात्र उन सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं जो लखनऊ के छात्र लेते हैं. यहां हमारे पास सिर्फ एक बहुत पुराना कॉलेज है, जो पास में भी नहीं है. इसलिए मैं चाहता हूं कि बच्चों को उचित शिक्षा मिले. बच्चों को ठीक से शिक्षित किया जाएगा तो विकास अपने आप हो जाएगा. बच्चे शिक्षित होंगे तो सब कुछ कर सकते हैं. 

आम जनता महंगाई की मार से परेशान है. लोगों का कहना है कि हम सभी कीमतों में वृद्धि से संबंधित मुद्दों का सामना कर रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ गए हैं कि वाहनों के लिए पेट्रोल खरीदने से पहले कोई व्यक्ति दो बार सोचेगा. महंगाई अपने उच्चतम शिखर पर पहुंच गई है. सरकार वास्तव में विकास कर रही है जो अच्छी बात है, लेकिन अगर वे केवल मुद्रास्फीति पर विचार करें तो बेहतर होगा. 

'सरकार से नाराज है जनता'

कई लोगों का मानना है कि सरकार ने बाराबंकी में कुछ काम नहीं किया. एक स्थानीय निवासी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में कोई विकास नहीं हुआ है और न ही कोई आधार है. पेट्रोल की कीमतें सौ रुपये से अधिक हो गई हैं. 

वहीं एक और का कहना है कि मुख्यमंत्री 2 से 3 बार इस जगह का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि यहां एक कॉरिडोर बनाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा था कि आटा मिल चालू हो जाएगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार ने यहां जरा भी काम नहीं किया है. किसान, युवा और बेरोजगार सभी बहुत परेशान हैं. बेरोजगारी अपने चरम पर है. हम किसान भी बहुत व्यथित हैं. जिस सरकार ने पहले हमारी आय को दोगुना करने की पुष्टि की थी, वह पांच साल बाद भी नहीं की है. हमारी आय कब दोगुनी होगी. 

लोधेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास

महाभारत में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां इस प्राचीन मंदिर को पांडव के नाम से जाना जाता है. आज भी पांडव-कुप नाम से एक कुआं मौजूद है. ऐसा कहा जाता है कि कुएं के पानी में आध्यात्मिक गुण होते हैं और जो लोग इस पानी को पीते हैं वे कई बीमारियों से ठीक हो जाते हैं. 

इस मंदिर में अनादि काल से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो रही हैं और आज भी जारी है. आज भी फाल्गुन के महीने में यानी महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रसिद्ध शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में लोग यहां आते हैं. यह प्राचीन शिव मंदिर घाघरा के तट पर बाराबंकी जिले के रामनगर तहसील के ग्राम महादेवा में स्थित है. लोधेश्वर महादेव का प्राचीन इतिहास है. 

ऐसा कहा जाता है कि महाभारत काल से पहले भगवान शिव एक बार फिर से पृथ्वी पर प्रकट होने की कामना करते थे. पंडित लोधेराम अवस्थी एक विद्वान ब्राह्मण, सरल, दयालु और अच्छे स्वभाव के ग्रामीण थे. एक रात भगवान शिव उनके स्वप्न में प्रकट हुए. अगले दिन, लोधेराम, जो निःसंतान थे, ने अपने खेत की सिंचाई करते हुए, एक गड्ढा देखा जहां से उसका पानी धरती में समा रहा था. उसने इसे प्लग करने की बहुत कोशिश की, लेकिन असफल रहे और घर लौट आए.

रात में उन्होंने फिर से सपने में वही मूर्ति देखी और सुना कि जिस गड्ढे में पानी निकल रहा है वह मेरा स्थान है. मुझे वहां स्थापित करो और मुझे तुम्हारे नाम से प्रसिद्धि मिलेगी. ऐसा कहा जाता है कि अगले दिन जब लोधेराम उक्त गड्ढा खोद रहे थे, उनके औजार से एक कठोर पदार्थ टकरा गया और उन्होंने अपने सामने वही मूर्ति देखी, जिस स्थान पर उनके उपकरण ने मूर्ति को मारा था. वहां से खून बह रहा था, यह निशान आज भी देखा जा सकता है. 

लोधेराम इस नजारे से घबरा गए, लेकिन उन्होंने मूर्ति को खोदना जारी रखा. लेकिन मूर्ति के दूसरे छोर तक पहुंचने में असफल रहे, इसलिए उन्होंने इसे वैसे ही छोड़ दिया और उसी स्थान पर अपने आधे नाम 'लोधे' के साथ मंदिर का निर्माण किय। और भगवान शिव का 'ईश्वर', जिससे भक्तों के नाम लोधेश्वर से प्रसिद्ध हो गया. ब्राह्मण को तब चार पुत्रों, महादेव, लोधौरा, गोबरहा और राजनापुर का आशीर्वाद मिला था, उनके नाम पर गांव आज भी मौजूद है.

महाभारत में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां इस प्राचीन मंदिर का उल्लेख मिलता है. महाभारत के बाद पांडव ने इस स्थान पर महायज्ञ किया था, आज भी पांडव-कुप नाम से एक कुआं मौजूद है. ऐसा कहा जाता है कि कुएं के पानी में आध्यात्मिक गुण होते हैं और जो लोग इस पानी को पीते हैं वे कई बीमारियों से ठीक हो जाते हैं. दुनियाभर के मेलों और मेलों के इतिहास में महादेवा में महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाला मेला अनूठा है. यहां आने वाले लाखों भक्तों के लिए इस मेले में एक भी महिला भक्त नहीं मिलती है.

और देखें
Advertisement
Advertisement
Tue Feb 25, 11:32 pm
नई दिल्ली
14.2°
बारिश: 0 mm    ह्यूमिडिटी: 94%   हवा: SE 2.6 km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'CM योगी कितनी भी गालियां दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता', गिद्ध और सुअर वाले बयान पर ममता बनर्जी का पलटवार
'CM योगी कितनी भी गालियां दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता', गिद्ध और सुअर वाले बयान पर ममता बनर्जी का पलटवार
होली से पहले महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों के लिए गुडन्यूज़, महंगाई भत्ते में हुआ इजाफा
महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों के लिए गुडन्यूज़, सरकार ने 12 फीसदी बढ़ाया DA
नेटफ्लिक्स के साथ वासु भगनानी का झगड़ा खत्म, मोटी रकम लेकर सेटल किया केस
नेटफ्लिक्स के साथ वासु भगनानी का झगड़ा खत्म, मोटी रकम लेकर सेटल किया केस
बारिश के कारण 3 बार ICC टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है दक्षिण अफ्रीका, जानें कब-कब हुआ ऐसा
बारिश के कारण 3 बार ICC टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है दक्षिण अफ्रीका, जानें कब-कब हुआ ऐसा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Bihar Politics: निशांत के बयान की टाइमिंग आखिर क्या कहती है? | Nitish Kumar | Bihar Election 202524 Ghante 24 Reporter: देश- दुनिया की बड़ी खबरें | Bihar Politics | Delhi CAG Report | MahashivratriJanhit with Chitra Tripathi: Mahakumbh का समापन...कौन गिद्ध-कौन रावण? | Yogi | Akhilesh Yadav | ABPBharat Ki Baat: अखिलेश-योगी के बीच 'गिद्ध युद्ध'! | CM Yogi | Akhilesh Yadav | Mahakumbh 2025

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'CM योगी कितनी भी गालियां दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता', गिद्ध और सुअर वाले बयान पर ममता बनर्जी का पलटवार
'CM योगी कितनी भी गालियां दें, मुझे फर्क नहीं पड़ता', गिद्ध और सुअर वाले बयान पर ममता बनर्जी का पलटवार
होली से पहले महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों के लिए गुडन्यूज़, महंगाई भत्ते में हुआ इजाफा
महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों के लिए गुडन्यूज़, सरकार ने 12 फीसदी बढ़ाया DA
नेटफ्लिक्स के साथ वासु भगनानी का झगड़ा खत्म, मोटी रकम लेकर सेटल किया केस
नेटफ्लिक्स के साथ वासु भगनानी का झगड़ा खत्म, मोटी रकम लेकर सेटल किया केस
बारिश के कारण 3 बार ICC टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है दक्षिण अफ्रीका, जानें कब-कब हुआ ऐसा
बारिश के कारण 3 बार ICC टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है दक्षिण अफ्रीका, जानें कब-कब हुआ ऐसा
Jobs 2025: सरकारी नौकरी का बढ़िया मौका, JSA के पदों पर निकली भर्ती, जानें कौन कर सकता है अप्लाई
सरकारी नौकरी का बढ़िया मौका, JSA के पदों पर निकली भर्ती, जानें कौन कर सकता है अप्लाई
AAP विधायक अमानतुल्लाह खान को कोर्ट से बड़ी राहत, पुलिस पर हमले के मामले में मिली जमानत
AAP विधायक अमानतुल्लाह खान को कोर्ट से बड़ी राहत, पुलिस पर हमले के मामले में मिली जमानत
गुजरात निकाय चुनाव में मुस्लिमों ने BJP को वोट देकर पक्की की पार्टी की जीत! आंकड़े दे रहे गवाही
गुजरात निकाय चुनाव में मुस्लिमों ने BJP को वोट देकर पक्की की पार्टी की जीत! आंकड़े दे रहे गवाही
Mahashivratri Puja 2025: शिव जी को पहले क्या चढ़ाना चाहिए?
शिव जी को पहले क्या चढ़ाना चाहिए?
Embed widget