UP Assembly Election 2022:  कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह थोड़ी देर बाद बीजेपी में हो शामिल होंगे. वह बीजेपी मुख्यालय पहुंच चुके हैं. उन्होंने इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस पार्टी  से इस्तीफा दे दिया है. आरपीएन सिंह ने कुछ देर पहले ट्वीट करते हुए कहा कि यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है. उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तत्पर हूं.


इसके साथ ही, भारतीय जनता पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव में उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मैदान में उतार सकती है. आरपीएन सिंह यूपी में पूर्वांचल के पडरौना के रहने वाले हैं. दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आरपीएन सिंह का भी नाम था. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के विधायक शरद वीर सिंह का भी BJP में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. 






मिली जानकारी के अनुसार आरपीएन सिंह को पहले जेपी नड्डा और अमित शाह से मिलाया जाएगा, फिर योगी आदित्यनाथ, धर्मेंद्र प्रधान, स्वतंत्र देव सिंह , केशव मौर्य उन्हें भाजपा में शामिल कराएंगे. वहीं RPN ने ट्विटर पर अपने परिचय से कांग्रेस का नाम हटा दिया है. 




वहीं कांग्रेस के झारखंड प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में सम्मिलित होने पर लोगों की राय क्या है? इसी की पड़ताल करने एबीपी न्यूज की टीम आरपीएन सिंह के कस्बे पडरौना पहुँचे. यहां लोगों का कहना था कि उनके बीजेपी में आने के बाद पार्टी और मजबूत होगी. वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता कह रहे हैं कि जो आरपीएन का राजदरबारी होगा वही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जायेगा.


बता दें कि कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (RPN Singh) OBC जाति से आते हैं. इनका जन्म 25 अप्रैल 1964 को हुआ था. आरपीएन सिंह पडरौना के राजदरबार परिवार से आते हैं और इन्हें राजा साहब कहा जाता है. वह 1996 से लेकर 2009 तक कुशीनगर जिले की पडरौना विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे. साल 2009 में कांग्रेस के टिकट पर कुशीनगर ( तत्कालीन पडरौना लोकसभा ) से जीत कर लोकसभा पहुंचे थे. इसके अलावा आरपीएन सिंह यूपीए 2 सरकार में रोड एवं ट्रांसपोर्ट, पेट्रोलियम एवं गृह राज्यमंत्री रह चुके हैं. 2009 लोकसभा चुनाव में आरपीएन ने यूपी में तत्कालीन बसपा सरकार के क़द्दावर नेता व बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या को हराकर लोकसभा पहुंचे थे.  


कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व झारखंड प्रदेश के प्रभारी


हालांकि साल 2014 और 2019 लोकसभा के चुनाव में वह क़ांग्रेस की तरफ से लड़े लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा. वर्तमान में आरपीएन कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व झारखंड प्रदेश के प्रभारी हैं. आरपीएन के पिता स्व. सीपीएन सिंह इंदिरा गांधी सरकार में रक्षा राज्य मंत्री रहे. गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल में यूपी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उन्हें सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया. इसके बाद से वह लगातार बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं.


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