UP Election 2022: यूपी चुनाव को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के एजेंडे में महिलाओं का नम्बर सबसे ऊपर है. 40% टिकट महिलाओं को देने के एलान के बाद प्रियंका गांधी आधी आबादी यानी महिला वोटरों को साधने के लिए एक के बाद एक बड़े वादे कर रही है. प्रियंका गांधी 13 नवम्बर को लखनऊ में महिलाओं के साथ टाउनहॉल यानी महिलाओं की सभा करने जा रही हैं. इसका नाम "लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ संवाद" रखा गया है.
कांग्रेस के वादे और प्रियंका गांधी के महिला एजेंडे को लेकर यूपी में कांग्रेस बड़ी तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक "लड़की हूं, लड़ सकती हूँ ब्रिगेड" तैयार किया जा रहा है जिसमें साढ़े सात हजार महिला कार्यकर्ता तैयार किए जाएंगे. महिलाओं के लिए की गई घोषणाओं को लेकर अगले दो महीने में कांग्रेस की 5 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने की योजना है. 40% टिकट महिलाओं को देने के एलान के समय प्रियंका गांधी ने "लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ" का नारा दिया था.
महिलाओं के लिए कांग्रेस अलग घोषणापत्र तैयार कर रही है. प्रमुख वादों का एलान प्रियंका गांधी पहले ही कर चुकी हैं. इसको लेकर प्रियंका गांधी ने ट्वीट भी किया. 40% टिकट महिलाओं को टिकट देने के अलावा प्रियंका गांधी ने वादा किया है कि सरकार बनने पर महिलाओं को सालाना भरे हुए 3 सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे. प्रदेश की सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा होगी. छात्राओं को स्मार्ट फोन और स्कूटी दिया जाएगा.
कांग्रेस ने यह एलान भी किया है कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 10,000 रूपए का मानदेय मिलेगा. नए सरकारी पदों पर आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार 40% पदों पर महिलाओं की नियुक्ति होगी. वृद्धा-विधवा पेंशन 1000 रुपए/प्रतिमाह दिया जाएगा. कांग्रेस के मुताबिक उत्तर प्रदेश की धरती की वीरांगनाओं के नाम पर प्रदेश भर में 75 दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे.
इन्हीं वादों को लेकर कांग्रेस महिलाओं के बीच बड़े स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाने वाली है. महिलाओं के अलावा कांग्रेस ने बीस लाख सरकारी रोजगार और किसानों की कर्ज माफी जैसी घोषणाओं को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा के बाद 100 टाउन हॉल (सभा) आयोजित करने जा रही है. इन टाउनहॉल में समाज के विभिन्न वर्गों और मुद्दों को लेकर संवाद किया जाएगा.
यूपी में कांग्रेस तीन दशक से सत्ता में वापसी का इंतजार कर रही है. इस बार पार्टी ने पूरी ताकत झोंकी हुई है. प्रभारी प्रियंका गांधी हर मोर्चे पर आक्रामक अंदाज में नेतृत्व कर रही हैं. बीते चुनावों में जनाधार और जातीय समीकरण गंवा चुकी कांग्रेस प्रियंका के चेहरे और महिला वोटरों की ताकत पर भरोसा कर रही है.
प्रियंका गांधी के अभी तक के यूपी दौरों पर नजर डालें तो महिलाओं से उनका सीधा कनेक्ट नजर आता है. इसीलिए कांग्रेस को लगता है कि महिलाओं को जातीय समीकरण से ऊपर उठकर प्रभावित किया जा सकता है और प्रदेश में हाशिये पर पड़ी कांग्रेस को चुनावी संजीवनी मिल सकती है.