UP Election 2022 Result: यूपी में फिर खिला कमल, 2024 का चुनाव बीजेपी के लिए कितना होगा आसान?
यूपी, उत्तराखंड और मणिपुर में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए बहुमत हासिल किया है. जबकि गोवा में भी बीजेपी बहुमत के बेहद करीब है और सरकार बनाने की कवायद में जुट गई है.
उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं और बीजेपी को बड़ी जीत मिली है. इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी बड़ी बात कही. उन्होंने कहा, "मैं आज ये भी कहूंगा कि 2019 के चुनाव नतीजों के बाद कुछ पॉलिटिकल ज्ञानियों ने कहा था कि 2017 के नतीजों ने 2019 के नतीजे तय कर दिए. मैं मानता हूं इस बार भी वो यही कहेंगे कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए."
क्या यूपी के नतीजे सिर्फ अगले पांच योगी सरकार का ऐलान है, या फिर इसके और भी मायने हैं. ये सवाल इसलिए क्योंकि ये नतीजे उस प्रदेश के हैं, जो लोकसभा को 80 सीटें देता है और पुरानी कहावत है कि दिल्ली की रास्ता लखनऊ होकर ही जाता है. यूपी की फतह दिल्ली के किले पर कब्जे की सबसे बड़ी गारंटी मानी जाती है. 2014 और फिर 2019 में मोदी को दिल्ली की गद्दी तक पहुंचाने में यूपी का अहम रोल रहा है. अब एक बार फिर यूपी में कमल खिला है, तो जाहिर है कि 2024 के चुनाव में ये एक अहम फैक्टर होगा, लेकिन कितना अहम? इसका विश्लेषण देख लीजिए.
पांच राज्यों के चुनाव में पंजाब को छोडकर बाकी चारों राज्य यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में मोदी मैजिक ने विरोधी पार्टियों को धाराशायी कर दिया है और इसी बात से बीजेपी नेता झूम रहे हैं. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए यूपी को फिर से फतह करना सबसे महत्वपूर्ण था. मोदी और योगी की जोड़ी ने आखिरकार वो करिश्मा कर दिखाया. राजनीतिक पंडितों की मानें तो ये मोदी और योगी का करिश्मा ही है कि करीब 37 साल बाद किसी राजनीतिक दल ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है. 37 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने 5 साल सत्ता में रहने के बाद फिर से जीत का झंडा फहराया है. यूपी में बीजेपी की ये जीत ‘ब्रांड योगी’ को मजबूत करने वाली है और इस मजबूती के साथ ही बीजेपी को वो टॉनिक मिल गया है जो 2024 के पीएम की कुर्सी की रेस में सबसे मददगार साबित होगी.
यूपी में बीजेपी की भारी जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पार्टी का परंपरागत वोट बैंक बरक़रार है. पश्चिमी यूपी में विरोधियों ने किसान आंदोलन और जाट मुस्लिम गठबंधन को लेकर तमाम जितने भी दावे किए थे सबकी हवा निकल गई. बीजेपी ने विकास को एजेंडा बनाया. पिछडों के साथ दलितों को जोड़कर जीत का ऐसा नायाब फार्मूला तैयार किया कि विरोधी चारों खाने चित हो गए. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस बार यूपी में बेरोज़गारी, महंगाई, और आवारा पशुओं से फसलों का होने वाला नुकसान बड़े चुनावी मुद्दे थे, लेकिन बीजेपी की रणनीति ने इन मुद्दों को हासिए पर ला दिया. खासतौर से जब अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा कहा तो बीजेपी ने बुलडोजर को भी अपने सुशासन जोड़ दिया. यूपी में महिला सुरक्षा और कानून के राज का ऐसा डंका बजा है कि जिसकी गूंज 2024 तक जरूर सुनाई देगी.
राजनीतिक पंडितों की मानें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत बड़े राज्यों में उसके प्रदर्शन पर निर्भर करेगी. इस मामले में यूपी सबसे महत्वपूर्ण था, क्योंकि सबसे ज्यादा लोकसभा सीट यहीं से है. यूपी के साथ-साथ बीजेपी ने उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी सत्ता बरकरार रखी है. 2022 के चुनावी परिणाम से ये साफ है कि वोटरों के दिल पर मोदी आज भी राज करते हैं और ऐसे में बीजेपी को यही उम्मीद है कि मोदी मैजिक की ये कहानी 2024 के लोकसभा चुनाव में भी दोहराई जाएगी.
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