UP Election Update: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी (SP) और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) गठबंधन बीजेपी को कड़ी टक्कर देता हुआ नजर आ रहा है. सपा-आरएलडी के नेता लगातार चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं और बीजेपी पर जमकर निशाना साध रहे हैं. ‘एबीपी न्यूज़’ ने राज्य की स्याना सीट से आरएलडी उम्मीदवार दिलनवाज खान से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने चुनाव से संबंधित कई सवालों के जवाब दिए.


1. दिलनवाज खान स्याना विधानसभा सीट से रालोद के उम्मीदवार हैं. इससे पहले 2012 में उन्होंने कांग्रेस और उस समय के रालोद संघ का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत हासिल की थी. इस बार रालोद समाजवादी पार्टी से जुड़ी हुई है. आप जीत को लेकर कितने आश्वस्त हैं?


जवाब- 110% समाज का सारा प्यार और आशीर्वाद राष्ट्रीय लोक दल संघ पर बरस रहा है.


2. आप यह किस आधार पर कह रहे हैं? बीजेपी का कहना है कि लगभग जितने भी उम्मीदवार घोषित किए गए हैं, उनमें से ज्यादातर अपराधी, चार्जशीटर, शूटर हैं?


जवाब- बीजेपी जो कह रही है, वही कह रही है. लेकिन यहां उत्तर प्रदेश में जनता ने बीजेपी को बाहर करने का फैसला किया है क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है.


3. आरएलडी और समाजवादी पार्टी एसोसिएशन. कभी टिकट बंटवारे को लेकर विवाद तो कभी किसी और को लेकर विवाद. क्या कोई संघर्ष है?


जवाब- कोई विवाद नहीं हैं. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी चुनाव लड़ रहे हैं, राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता भी चुनाव लड़ रहे हैं. कोई विवाद नहीं है. अब यह जुड़ाव राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है. हम सभी 300 सीटें जीतेंगे.


4. आपकी तीन पीढ़ियां राजनीति में रही हैं. इस बार और पिछली बार के चुनाव में आप क्या अंतर देखते हैं?


जवाब- इस बार का चुनाव कुछ इस तरह है- मौजूदा विधायक आगे चल रहे हैं, जनता उनका पीछा कर रही है. और विपक्ष इतना बड़ा है, इतना बड़ा है कि उत्तर प्रदेश में हर जगह भाजपा के विधायक जनता से वोट नहीं मांग पा रहे हैं. और हम जहां जा रहे हैं, जनता हमें सबसे ऊपर रख रही है.


5. बीजेपी कह रही है कि यह 80:20 का चुनाव है. 20 कहां है?


जवाब- हमारे नेता चौधरी जयंत सिंह जी ने कहा है कि न हम अलग होंगे, न अलग होंगे. सभी भाईचारे की जय.



6. क्या कोई आपसे इसलिए सवाल करता है क्योंकि आप खान हैं?


जवाब- मेरे भीतर हर समुदाय बसता है. किसान हों, दलित हों, मेरे भीतर हर समुदाय बसता है. स्याना विधानसभा में हर घर मेरा परिवार है. हमारे पास पीढ़ियों के बाद पीढ़ियों का मामला है. मेरे भीतर हर समुदाय बसता है.


7. कांग्रेस ने भी किसानों के विरोध से अपने उम्मीदवार की घोषणा की, चाहे वह पूनम पंडित हों, या फिर भाजपा से देवेंद्र सिंह लोधी हों.


जवाब- यहाँ सबसे बड़ी बात यह है. यहां क्षेत्रीय उम्मीदवार मैं हूं, मैं क्षेत्रीय उम्मीदवार हूं. बाकी सब लोग बाहरी हैं. आप उनकी जन्म कुंडली में खुदाई करके देख सकते हैं.


8. आउटसाइडर और इनसाइडर क्या है? आपकी पार्टी में ऐसे उम्मीदवार भी हो सकते हैं जो विभिन्न क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हों.


जवाब- जहां तक मुझे पता है, हमारे पास ज्यादातर क्षेत्रीय उम्मीदवार हैं. यहां मैं क्षेत्रीय हूं और बाकी सब बाहरी हैं.


9. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि इस निर्वाचन क्षेत्र की गतिविधियों में आपका हाथ है. मतलब, कई मामलों में असामंजस्य पैदा करना. आप इन आरोपों को कैसे देखते हैं?


जवाब- सीधी सी बात है कि माननीय मुख्यमंत्री जी को मेरे परिवार के बारे में पता नहीं है. अगर उसे कोई ज्ञान होता, तो वह ऐसा कभी नहीं कहता. और वे इतने ऊँचे पद पर थे. उसने सोचा होगा "माई नेम इज खान" इसलिए उसने ऐसा कहा. पूरे बुलंदशहर जिले और स्याना विधानसभा में मेरे परिवार का एक ही उद्देश्य है- आपकी देखभाल, आपकी सेवा. मेरे पास रिवॉल्वर रखने का लाइसेंस भी नहीं है. जब नामांकन भरा जाता है, तो उम्मीदवार अपने बारे में सब कुछ भर देता है. मेरे पास कार भी नहीं है.


10. तो समाजवादी पार्टी और रालोद उम्मीदवारों पर लगे आरोपों का क्या जवाब है?


जवाब- मैं अपने बारे में जानता हूं. मेरे परिवार में कोई दाग नहीं है. हमने चींटी को भी नहीं मारा.


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