UP Elections: यूपी में आज 'सियासी शुक्रवार', लखनऊ में अमित शाह टटोलेंगे जनता की नब्ज, रायबरेली में अखिलेश की विजय यात्रा
Amit Shah Rally: आज एक तरफ बीजेपी के चाणक्य और देश के गृह मंत्री अमित शाह लखनऊ में होंगे, तो दूसरी ओर अखिलेश यादव रायबरेली में रहकर जनता की नब्ज टटोलेंगे
Akhilesh Yadav Rally: यूपी में आज 'सियासी शुक्रवार' है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सूबे के सर्द मौसम में सियासत की गर्मी बढ़ती जा रही है. राज्य में बड़ी हलचल नजर आने वाली है. एक तरफ बीजेपी के चाणक्य और देश के गृह मंत्री अमित शाह लखनऊ में होंगे, जहां वो निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के साथ बड़ी रैली करने वाले हैं.
उधर, अखिलेश यादव भी लखनऊ से सटे पड़ोसी जिले रायबरेली में अपनी विजय यात्रा निकालेंगे. वो रायबरेली में रहकर जनता की नब्ज टटोलेंगे. साथ ही, लखनऊ में मौजूद अमित शाह को जवाब भी दे सकते हैं. अखिलेश दोपहर करीब एक बजे अपनी विजय यात्रा निकालेंगे और गुरुबक्शगंज में लोगों को संबोधित करेंगे तो वहीं अमित शाह 2 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे.
अमित शाह की रैली लखनऊ के रमाबाई मैदान में होगी. जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बीजेपी के एलायंस पार्टनर संजय निषाद भी शामिल रहेंगे. इस रैली पर इसलिए सबकी नजर है क्योंकि माना जा रहा है कि निषाद समुदाय को लेकर इसमें अमित शाह बड़ा ऐलान कर सकते हैं. खबर ये है कि इस जनसभा में मछुआ आरक्षण को लेकर घोषणा भी की जा सकती है. आपको बता दें कि यूपी में करीब 60 ऐसी विधानसभा सीटे हैं, जहां निषाद समुदाय का वोट निर्णायक भूमिका में होता है यानी जहां ये समुदाय जीत-हार तय करता है.
एक अन्य जानकारी के अनुसार अमित शाह शुक्रवार को शाम पांच बजे राजकीय पॉलिटेक्निक कैंपस में सहकार भारतीय के सातवें राष्ट्रीय अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. शाह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे.
बता दें कि गुरुवार को अखिलेश यादव ने कभी प्रतिद्वंदी रहे अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की और इस दौरान दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात 'तय' हुई. अखिलेश ने शिवपाल के साथ अपनी एक तस्वीर टैग करते हुए ट्वीट में कहा, 'प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है.' आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.