UP Election: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लेकर अखिलेश का BJP पर निशाना, abp न्यूज़ से बोले- दूसरे के काम का श्रेय लेना उनकी आदत
UP Election 2022: अखिलेश यादव ने कहा कि इस गाज़ीपुर बॉर्डर से लेकर उस गाज़ीपुर बॉर्डर तक भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा लीडर अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि ये समाजवादी पार्टी का उस समय का विज़न, जिस वजह से पूर्वांचल को ये एक्सप्रेस वे मिला है. उन्होंने कहा कि इसी एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल की गरीबी दूर होगी. इसी से यहां के किसान, यहां के शहर और गांव जुड़ेंगे. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस गाज़ीपुर बॉर्डर से लेकर उस गाज़ीपुर बॉर्डर तक भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है.
अखिलेश यादव ने कहा कि इससे इनकार नहीं कर सकते कि ये समाजवादियों की देन है. उन्होंने कहा कि अगर ये उनका (बीजेपी सरकार) था तो मुझे ये बताएं कि देश में कहां उन्होंने बनाया है. उन्होंने सवाल किया कि क्या गुजरात में बनाया? क्या महाराष्ट्र में बनाया? क्या किसी और प्रदेश में बनाया. उन्होंने कहा कि ये लोग समाजवादी पार्टी के बनाई हुई चीज़ का श्रेय ले रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, "कम से कम इन्हें (बीजेपी को) ये स्वीकार करना चाहिए कि हां सपा के समय पर इसका अलानमेंट तय हुआ, ज़मीन अधिग्रहण हुआ, टेंडर के कागज़ात बने. आपने टेंडर कैंसिल कर के अपने लोगों को टेंडर देने का काम किया." अखिलेश ने ये सवाल भी पूछा कि आखिरकार एक्सप्रेसवे को बनने में साढ़े चार साल कैसे लग गए.
"अधूरे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया"
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने आधे अधूरे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया. उन्होंने कहा, "मंडी बनी नहीं, पंप्स नहीं है.इज़्जत गढ़ नहीं है.आखिरकार ऐसा क्यों?" उन्होंने सवाल किया कि जो सुविधा इसके किनारे थी वो क्यों नहीं है. रोशनी की सुविधा क्यों नहीं है?
बीजेपी का जाना तय: अखिलेश यादव
अखिलेश ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर कहा कि वो बहुत छोटे लोग हैं जो आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो बात वो कह नहीं सकते वो बना नहीं सकते. लैपटॉप चला नहीं सकते, इसलिए बंटा नहीं. टैबलेट इसलिए बांट रहे हैं क्योंकि अब टैबलेट देने का समय खत्म हो गया. उन्होंने कहा कि उनका (बीजेपी) जाना तय है. उत्तर प्रदेश बदलाव की तरफ जा रहा है.