UP Elections 2022: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. साथ ही इसके खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. आपका चैनल एबीपी न्यूज लगातार मुहिम चला रहा है कोरोना संकट के बीच चुनावी रैलियों पर रोक लगनी चाहिए. हाईकोर्ट भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऐसी अपील कर चुका है. पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए जोर शोर से रैलियां की जा रही हैं और इन रैलियों में भीड़ का रैला है. ऐसे चुनाव आयोग भी एक्टिव हो गया है.


कोरोना के बढ़ते खतरे पर चिंतन करेगी चुनाव आयोग की टीम 


कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मीटिंग के बाद अब चुनाव आयोग की टीम उत्तर प्रदेश का दौरा कर रही है. आज से तीन दिनों के लिए चुनाव आयोग की टीम उत्तर प्रदेश में रहेगी और रैलियों के बीच कोरोना के बढ़ते खतरे पर चिंतन करेगी. इस दौरान राजनीतिक दलों के साथ बैठकें भी होंगी. तीन दिनों तक लगातार चुनाव आयोग यूपी में बैठकें करेगा. जिसमें राजनीतिक दल से लेकर सरकार के सचिव और पुलिस के अधिकारी तक शामिल होंगे.


यूपी में नहीं थम रहा रैलियों का शोर


बड़ा सवाल ये है कि क्या चुनाव आयोग रैलियां रोकने का फैसला कर पाएगा?  क्योंकि इस फैसले में जितनी देरी होगी, कोरोना को फैलने का उतना ही मौका मिलेगा. यूपी में रैलियों का शोर थम नहीं रहा. आज भी यूपी में रैलियों का सुपर मंगलवार है. रैलियों की लिस्ट काफी लंबी है.



  • कानपुर में पीएम मोदी की रैली

  • हरदोई, भदोही और सुल्तानपुर में अमित शाह की रैली

  • हापुड़ और बदायुं में जेपी नड्डा करेंगे रैली

  • उन्नाव में अखिलेश यादव की चार रैलियां

  • लखनऊ में कांग्रेस की मैराथन दौड़


जाहिर है इतने बड़े-बड़े नेताओं की इतनी रैलियां तो कितनी भीड़ जुटेगी और अनुमान लगाइए कोरोना को फैलने का कितना मौका मिलेगा. इसिलिए एबीपी न्यूज़ की मांग है कि रैलियों पर रोक लगनी चाहिए.