UP Elections 2022: आयकर विभाग ने टैक्स चोरी की जांच के तहत शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में इत्र व्यापारियों और कुछ अन्य से जुड़े कई परिसरों पर छापेमारी की. यह छापेमारी कन्नौज, एनसीआर कानपुर, अवसूईर, सूरत, मुंबई और कुछ अन्य स्थानों पर की गई. करीब 20 परिसरों पर रेड डाली गई है.
इस रेड के बाद बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच 'वर्डवॉर' शुरू हो गया है. एक तरफ अखिलेश यादव बीजेपी पर हमलावर हैं तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह भी समाजवादी पार्टी पर तंज कस रहे हैं. अयोध्या में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, समाजवादी पार्टी के इत्र की दुर्गंध पूरे उत्तर प्रदेश में फैल गई है. आज जब छापेमारी चल रही है तो उनके पेट में उबाल हो रहा है. सपा-बसपा बुआ-बबुओं के राज में थैले-थैले भरकर नोट मिल रहे हैं. रेड हो रही है तो इनके पेट में उबाल हो रहा है. अखिलेश यादव आपको क्या तकलीफ है?
इससे पहले अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ये पहले ही सूचना आ गई थी कि समाजवादियों के यहां छापे पड़ेंगे. जब बीजेपी नेताओं का यूपी में कार्यक्रम होता है तो आयकर विभाग की टीम साथ आती है. बीते 2 हफ्ते से लगातार सपा से जुड़े लोगों पर छापे पड़ रहे हैं. एजेंसियों को निर्देश देकर छापे डलवाए जा रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, कन्नौज समाजवादियों से जुड़ा शहर है. यहां सालों से इत्र का कारोबार हो रहा है जिससे यहां के बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं. कन्नौज के परफ्यूम का डंका दुनियाभर में बजता है. बीजेपी के लोग नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले हैं. ये सौहार्द्र की सुगंध को कैसे पसंद करेंगे. लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के लोग (बीजेपी) कन्नौज को बदनाम करने में लगे हैं.
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वहीं सपा ने ट्वीट कर कहा, पिछली बार की अपार विफलता के बाद इस बार बीजेपी के परम सहयोगी आयकर विभाग ने सपा के विधान पार्षद पुष्प राज जैन और कन्नौज के अन्य इत्र व्यापारियों के यहां पर आखिर छापे मार ही दिए हैं. डरी हुई भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग, उत्तर प्रदेश चुनावों में आम है. जनता सब देख रही है, वोट से देगी जवाब.
राज्य में अगले साल के शुरू में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 'समाजवादी इत्र' को जैन ने बनाया था और अखिलेश यादव ने पेश किया था. सूत्रों ने बताया कि विभाग इत्र कारोबार और संबंधित व्यवसाय से जुड़ी कुछ कंपनियों के कई ठिकानों की तलाशी ले रहा है. जिन कारोबारियों के यहां छापेमारी की गई है, अधिकारियों ने उनकी पहचान की पुष्टि नहीं की है.
सूत्रों ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जीएसटी विभाग से इत्र कारोबार करने वाली इकाइयों व अन्य द्वारा कथित रूप से फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ का दावा करके संभावित आयकर चोरी के बारे में विवरण हासिल करने के बाद कार्रवाई शुरू की.
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तहत काम करने वाली जांच एजेंसी- माल एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने हाल में कानपुर और कन्नौज में शिखर पान मसाला, एक ट्रांसपोर्टर और अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी. मामले में इत्र व्यापारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया और 197 करोड़ रुपये से अधिक नकद धन राशि के अलावा 26 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में चंदन का तेल जब्त किया गया. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के तहत काम करता है.