UP Election: मोदी-योगी पर हमला, अखिलेश-मायावती को खरी-खरी, जानें मुरादाबाद में क्या बोलीं Priyanka Gandhi
Priyanka Gandhi Speech: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. पीतल नगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद में प्रियंका ने कहा, बीजेपी सरकार की नीतियों के कारण व्यापारी बर्बाद हो गए. नोटबंदी से कोई काला धन वापस नहीं आया. जीएसटी ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी. कारीगरों की दिहाड़ी आधी हो गई. बिजली-डीजल और कच्चा माल महंगा हो गया. ब्याज पर सब्सिडी कम कर दी गई.
प्रियंका ने अपने भाषण में कहा आप सबका मेरे ससुराल में बहुत स्वागत है. बहुत दिन बाद आई हूं, इसके लिए आपसे माफी मांगती हूं. आपके शहर ने मेरे परिवार को संरक्षण दिया. उनको खड़ा किया. बंटवारे के बाद मेरे ससुर के पिता मुरादाबाद आए. यहीं से कारोबार शुरू किया. यहां के हुनर, यहां के लोगों की मदद से उन्होंने अपने बच्चों का भविष्य बनाया. मुरादाबाद पीतलनगरी के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है.
प्रियंका ने कहा, शादी के वक्त ये एक खुशहाल शहर था. व्यापारियों से लेकर मज़दूरों की मेहनत के साथ-साथ ऐसी सरकार थी, जिसने आपकी मदद की. उसमें एक्सपोर्ट काउंसिल बनी, निर्यातकों को हर तरह से मदद दी गई. मेरे पिता राजीव गांधी ने हर तरह से मदद की. उस समय आठ हजार करोड़ का निर्यात होता था. आज दो हजार का हो रहा है. दो लाख लोगों की रोटी-रोजी खत्म हुई.
'आपने पीतल नगरी बनाई, इन्होंने अंधेर नगरी'
यूपी और केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा, आपने पीतल नगरी बनाई. इन्होंने अंधेर नगरी बनाई, जिसका चौपट राजा है. टीईटी का पेपर आउट हुआ. ये पहली बार नहीं हुआ. 12 बार पेपर आउट हो चुका है. योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि नौकरी योग्य लोग नहीं हैं. हर तरफ नौजवान बेरोजगारी का शिकार हैं. जहां जाइए यही सवाल उठ रहा है. सीएम योगी से व्यापारी मिलना चाहते हैं, उनके पास समय नहीं है.
प्रियंका ने आगे कहा, 700 किसान शहीद हो गए. लेकिन पीएम मोदी ने दो मिनट भी उनके बारे में नहीं कहा. लखीमपुर में किसानों को कुचलकर मारा गया. किसान कह रहे हैं कि गृहराज्यमंत्री को हटाओ लेकिन वो लगातार मंच पर मिलते हैं. गन्ना किसानों का चार हजार करोड़ रुपये बकाया है पर पीएम मोदी ने आठ हजार करोड़ का जहाज खरीद लिया. 20 हजार करोड़ संसद के सुंदरीकरण के लिए खर्च किया जा रहा है, पर आपके लिए कुछ नहीं.
'लोग महंगाई से तड़प रहे, महिलाओं का हो रहा शोषण'
प्रियंका गांधी ने कहा, लोग महंगाई से तड़प रहे हैं. महिलाओं का शोषण हो रहा है. उन्हें कुचला जा रहा है. कोई कुछ नहीं कर रहा है. सबकुछ विज्ञापन में है. आपके लिए लड़ने वाली महिला कैसे आगे बढ़ेगी. 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देंगे. हो सकता है कि कुछ न जीतें लेकिन वे सशक्त होंगी. उन्होंने पूछा, लड़कियों बताओ लड़ना चाहती हो कि नहीं? ये स्कूटी और स्मार्टफोन आपके लिए है. सशक्त बनो. मैं साथ खड़ी हूं. ये राजनीति बदल जाएगी.
'किसानों का कर्ज माफ करेंगे, बिजली बिल हाफ करेंगे'
भाषण के दौरान प्रियंका गांधी ने चुनावी वादों का तीर भी लोगों की ओर छोड़ दिया. उन्होंने कहा, हमारी सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ करेंगे और बिजली बिल हाफ होंगे. कोरोना काल का बकाया साफ किया जाएगा. आपने ऑक्सीजन मांगा तो सरकार आपके पीछे पड़ गई. कोरोना काल में सबका व्यापार कम हुआ. हम सबकी मदद करेंगे. सबसे गरीब परिवार, जिन्हें कोरोना से सबसे ज़्यादा परेशानी हुई, उन्हें 25 हजार की मदद करेंगे. अगर हमारी सरकार आएगी तो कोई भी बीमारी हो दस लाख तक का इलाज सरकार मुफ्त में कराएगी. वृद्धा एवं विधवा पेंशन में हजार रुपये देंगे. आरक्षण नियमों को लागू करते हुए 40 फीसदी नौकरी महिलाओं को मिलेंगी.
उन्होंने अपने भाषण में कहा, मेरी शिकायत है कि आप नेताओं से हिसाब नहीं मांगते. चुनाव में सफाई कर्मियों के साथ पीएम मोदी फोटो खिंचवाते हैं और आगरा में अरुण बाल्मिकी को तीन दिन हिरासत में रखकर मार दिया जाता है. हाथरस में दलित बेटी के साथ बलात्कार कर मार दिया जाता है. प्रशासन बिना घर को बताए शव का अंतिम संस्कार कर देता है. किसानों को देशद्रोही, आंदोलनजीवी सब कहा गया. अब कह रहे हैं कि मुझे माफ करिये. माफ मत कीजिए, हिसाब मांगिये...कोरोना काल में लापरवाही हुई तो हिसाब मांगिये. नेताओं से रिश्ता बदलो, उनसे हिसाब मांगो.
अखिलेश-मायावती पर भी प्रियंका ने बोला हमला
प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव और बसपा चीफ मायावती पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, जनता ने सपा सरकार में जातिवाद और गुंडई, बसपा में लूट देखी. नया नारा है- आ रहे हैं अखिलेश. मैं पूछना चाहती हूं कि बिजनौर में नौजवान अनस और सुलेमान के मामले में क्या अखिलेश आए? लखीमपुर खीरी में नरसंहार के बाद अखिलेश यादव आए? सीएए-एनआरसी के समय क्या अखिलेश आए, तो चुनाव के समय अखिलेश यादव क्यों आए? पांच साल में कहां थे जब कांग्रेस के 18 हजार कार्यकर्ता जेल में थे. अजय लल्लू जेल में थे.
दलितों पर हाथरस के फाफामऊ में दलितों की हत्या और बलात्कार हुआ, बसपा के नेता कहां थे? उन्होंने आवाज़ क्यों नहीं उठाई? क्योंकि सब सोचते हैं कि आपकी पीड़ा का उनकी राजनीति से कोई मतलब नहीं है. सब सोचते हैं कि जाति और संप्रदाय के नाम पर आपसे वोट ले लेंगे. ये सोच आपको बदलवानी है. किसानों की शहादत ने ये देश बनाया है. आपके पूर्वजों ने संघर्ष करके आज़ादी दिलाई. इसमें आपसे मजबूत कोई नहीं है. कोई ऐसी जंग नहीं है जो बिना लड़े जीती जाती हो. जो कह रहे हैं कि हम जीतेंगे वे जब लड़ ही नहीं रहे हैं तो जीतेंगे कैसे? यह देश आपका है, किसी की जागीर नहीं है.
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