BKU Leader Rakesh Tikait: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, ढाई महीने के लिए हिंदू-मुस्लिम और जिन्ना यूपी में सरकारी मेहमान हैं. उन्होंने कहा, हिंदू-मुस्लिम और जिन्ना का मॉडल पुराना हो गया है और अब चलने वाला नहीं है. अगर कोई पार्टी ये सोचती है कि इस मॉडल के आधार पर वो जनता को लुभा सकेंगे तो वो गलत सोच रहे हैं. टिकैत ने कहा कि, चुनावों में पार्टियां जाति का नाम ले रही हैं जिससे हमें आपत्ति है. हर जगह जाति का नाम लिया जा रहा है. हम गुजरात जाते हैं तो पटेल और नॉन पटेल की बातें होती हैं, महाराष्ट्र में मराठा और नॉन-मराठा की बात होती है. हम किसान हैं, हम किसानों और नौजवानों की बात करते हैं.
किसानों के खिलाफ कोई कानून आया तो विरोध करेंगे- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि, किसान आंदोलन से ये फायदा हुआ है कि सारी पार्टियां किसानों का नाम ले रही हैं. किसानों से जुड़े मुद्दे उठा रही हैं. किसानों को लेकर सवाल कर रही हैं. वहीं, लखीमपुर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वो उन अधिकारियों से मिलेंगे जो इस समझौते में शामिल थे. बता दें, इससे पहले राष्ट्रीय लोकदल और बीजेपी के गठबंधन के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, "हमें नहीं पता किसका गठबंधन किससे हो रहा है. हमें अपने आंदोलन का पता है. भारत सरकार या राज्य में किसी की भी सरकार आएगी और अगर वो किसान खिलाफ कोई कानून बनाएगी हमको उसका विरोध करना है. वो सरकार किसी की भी आए. किससे किसका गठबंधन हो रहा है उससे हमारा कोई मतलब नहीं."
अमित शाह पर क्या बोले?
जाटों के साथ बैठक में गृह मंत्री ने चुनाव के बाद किसानों की हर मांग मानने की बात कही. इस पर राकेश टिकैत ने कहा, "चुनाव से पहले क्यों नहीं मान रहे... हमने अभी पिछले 10 दिनों में दो बार मैसेज (संदेश) करवाया. वे मीटिंग करने को तैयार नहीं है. आज उन्होंने कौन से किसान बुला लिए? हम उनसे कह रहे हैं कि आप वक्त दो (मिलने का), बात करना चाहते हैं. जो दिल्ली में समझौता हुआ है उसे वो लागू नहीं करना चाहते."
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