UP Elections 2022: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की लखनऊ के रमाबाई पार्क में आयोजित रैली में निषाद समाज के लिए आरक्षण की घोषणा होनी थी. इसी ख़ास घोषणा को लेकर यहां हज़ारों की संख्या में निषाद समाज के लोग आए थे, लेकिन ऐसी कोई घोषणा न होने से निषाद पार्टी के चीफ संजय निषाद बेहद नाराज़ हैं. इसको लेकर संजय निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि अगर वोट चाहिए तो निषाद समाज के लोगों को ख्याल रखना होगा.
अमित शाह जी को आज कुछ न कुछ कहना चाहिए था- संजय निषाद
संजय निषाद ने कहा, ‘’मेरे कार्यकर्ता मुझपर भरोसा करके रैली में आए. मंच पर मैंने कहा भी कहा था कि बीजेपी हमारे मुद्दों की वकालत करती आई है. बीजेपी आज मालिक है. अमित शाह जी को आज कुछ न कुछ कहना चाहिए था. अमित शाह ने कहा कि सरकार बनने पर हमारे मुद्दों का हल होगा, लेकिन कुछ मुद्दों को सरकार बनने से पहले हल होंगे तो विशेष फायदा निषादों को होगा. ये आरक्षण का मुद्दा है.’’
संजय निषाद ने आगे कहा, ‘’हमारा समाज अमित शाह और मुझसे से खुश था. साल 2022 में बीजेपी को सरकार बनानी है तो निषादों के युवाओं का ख्याल रखना होगा. अमित शाह जब बोल रहे थे तो हमारे लोग हाथ हिला रहे थे कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं, लेकिन हमने मना किया. कुछ लोगों ने बीजेपी के साथ रहने के लिए मना किया. 160 सीटों पर निषाद जगे हुए हैं, लेकिन हमारा प्रभाव 400 सीटों पर है. मैं बीजेपी के साथ हूं.’’
बसपा ने हमारा आरक्षण लूटने की कोशिश की- संजय निषाद
संजय निषाद ने कहा, ‘’हमारा आरक्षण जब देश आजाद हुआ है, उस वक्त से ही लागू है. 1992 तक ये आरक्षण हमें मिलता रहा है. बहुजन समाज पार्टी ने इसे लूटने का प्रयास किया. सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट भी कहती है कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. हमें कुछ मिलना नहीं है, संविधान में जो इस आरक्षण पर धूल पड़ी थी, बस वही हटाई जा रही है.’’