लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 7574 किसानों को कर्जमाफी का प्रमाणपत्र दिया गया. इसके बाद 5 सितंबर को जिलों में प्रभारी मंत्री कर्जमाफी का प्रमाणपत्र देंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के लिए कर्जमाफी योजना शुरू कर सरकार ने किसानों का सम्मान लौटाने का काम किया है.


लखनऊ के स्मृति पार्क में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही सीएम योगी ने इस योजना की शुरुआत की. इस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल, कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही के अलावा सुरेश खन्ना, स्वाति सिंह, अनुपमा जायसवाल समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्य भी मौजूद थे.


सीएम योगी ने कहा, "हम किसानों की आय को दोगुना करेंगे. हमने यूपी कैबिनेट में पहला निर्णय किसानों के लिए किया. केंद्र सरकार के अनुरूप योजना बनाई. पहले किसानों को खाद और बीज नहीं मिल पाते थे. खाद के दामों को पीएम मोदी ने कम किया. 70 लाख से अधिक किसानों का वेरिफिकेशन हो चुका है."


सीएम योगी ने कहा, "ये कर्जमाफी किसान पर उपकार नहीं, किसान का सम्मान है. 15 सालों में जाति की राजनीति हुई है, लेकिन हमने यूपी के 86 लाख किसानों की कर्जमाफी का फैसला किया है." उन्होंने कहा, "किसानों के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य है. आलू किसानों को राहत के लिए मंडी शुल्क से मुक्त किया गया. हमने किसानों का सम्मान वापस लौटाया है."