नई दिल्ली: यूपी के फर्रुखाबाद में 20 से 25 बच्चों को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. इन बच्चों को छुड़ाने के लिए पुलिस का ऑपरेशन जारी है. डीएस से लेकर एसपी तक मौके पर मौजूद हैं. सुभाष बाथम नाम के एक शख्स ने इस बच्चों को जन्मदिन के बहाने से बुलाया और उन्हें बंधक बना लिया. मामला कोतवाली मोहम्दाबाद के गांव कर्तिया की है.


योगी आदित्यनाथ खुद कर रहे है घटना की मॉनिटरिंग


यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सीएम योगी ने डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह समेत अन्य प्रमुख अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है. छह घंटे बच्चे बंधक बने हैं. बच्चों के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है. कई जिलों के फोर्स मंगवाया गया है. फर्रुखाबाद में एटीएस की स्पॉट टीम मौके पर भेजी गई.






जामिया फायरिंग: घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी शख्स ने किया फेसबुक लाइव, लिखा- शाहीन बाग, खेल खत्म


प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस और जिले के आला अधिकारी घटनास्थल पर है. उप्र एटीएस के कमांडो को भी घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है. ओपी सिंह ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम एनएसजी कमांडो को भी बुलाने पर विचार कर सकते है.


आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस व्यक्ति ने अपनी बच्ची के जन्म दिन के बहाने बच्चों को अपने घर बुलाया था और घर के नीचे बने बेसमेंट में इन बच्चों को रखा है. उसने मकान के अंदर से छह बार गोली भी चलाई. वह स्थानीय विधायक से बात करना चाहता था, विधायक वहां गये लेकिन उसने उनसे बात नहीं की.

पुलिस ने बताया कि उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिये घर के करीब भेजा गया लेकिन उसने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गया. उन्होंने कहा कि बच्चों को बंधक बनाने वाले इस व्यक्ति ने अभी तक कोई मांग पुलिस के सामने नहीं रखी है.

शख्स को आजीवन कारावास की सजा मिली हुई है


सुभाष बाथम ये मांग कर रहा है कि उसके खिलाफ जितने भी केस है उसे हटाया जाए. सुभाष ने गोली भी चला दी जिसमें एक शख्स घायल हो गया. दअसल ये शख्स सुभाष को मनाने गया था, तभी उसने उसके पैर पर गोली चला दी. एक पुलिसकर्मी के भी घायल होने की खबर है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामाशास्त्री ने बयाया कि मर्डर केस में इस शख्स को आजीवन कारावास की सजा मिली हुई है और वह जमानत पर जेल से बाहर आया हुआ था. उसने गांव वालों पर भी फायरिंग की है.


सुभाष बाथम की उम्र 40 साल है और उस पर चार मुकदमे दर्ज हैं. एक मुकद्दमा धारा 302 का भी है. सुभाष का कहना है कि बीजेपी के नेताओं के इशारे पर उसके और उसके परिवार का उत्पीड़न किया गया.